जमशेदपुर: जिले के परसूडीह थाना क्षेत्र की 20 वर्षीय युवती का अपहरण कर सरायकेला-खरसावां जिले के चांडिल थाना क्षेत्र के कांदरबेड़ा में बंधक बनाकर एक माह तक सामूहिक दुष्कर्म किए जाने का मामला प्रकाश में आया है।
किसी तरह वह दरिंदों के चंगुल से बचकर बाहर निकली। स्थानीय लोगों ने युवती को चांडिल पुलिस को सौंप दिया।
पीड़िता से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले एक माह से 60 लोगों ने नशीली सुई लगाकर उसके साथ दुष्कर्म किया है।
घटना की सूचना मिलने के बाद चांडिल इंस्पेक्टर पास्कल टोपनो एवं थाना प्रभारी सनोज चौधरी ने कांदरबेड़ा जाकर मामले की छानबीन की।
पुलिस ने युवती को चांडिल अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया है। इस सबंध में पुलिस फिलहाल दो युवकों से पूछताछ कर रही है।
युवती ने पुलिस को बताया कि गुरुवार सुबह जब युवक शौच करने कमरे से निकला तो वह किसी तरह वहां से निकलने में कामयाब हो गई। उसने बताया कि उसके घर में सिर्फ उसके पिता रहते हैं।
इधर युवती ने बताया है कि वह सोनारी में एक परिवार के यहां दाई का काम करती है।
करीब एक माह पूर्व वह सब्जी लाने के लिए टेंपो में बैठी थी कि पहले से टेंपो में बैठे एक व्यक्ति ने सुई देकर उसे बेहोश कर दिया।
इसके बाद कांदरबेड़ा स्थित एक गैरेज में उसे बंधक बनाकर रखा गया था। उसे नशे की सुई दी जाती थी।
सुई देने के बाद कई युवक मिलकर उसके साथ दुष्कर्म करते थे। विरोध करने पर उसके साथ मारपीट भी की जाती थी। उसके शरीर पर कई जगह चोट के निशान भी मिले हैं।
इधर चांडिल थाना ने युवती के निशानदेही पर गैरेज के दो युवक को पूछताछ के लिये थाना लेकर आयी है।
पुलिस ने बताया है कि युवती की बताई जगह पर अभी कोई साक्ष्य नहीं मिला है। बताई गई जगह काफी छोटी है।
वहीं, युवती की मानसिक हालत भी ठीक नहीं होने की भी बात कही जा रही है, लेकिन शरीर पर सुई के निशान, आखों पर चोट से यह प्रमाणित हो रहा है कि युवती की कुछ बातें सही हैं।