नई दिल्ली: पटियाला में शुक्रवार को इंडियन ग्रां प्री के तीसरे चरण में 88.07 मीटर के साथ नेशनल रिकार्ड बनाने वाले स्टार जेवलिन थ्रोअर (भाला फेंक एथलीट) नीरज चोपड़ा अब जुलाई में होने वाले टोक्यो ओलंपिक से पहले 90 मीटर के लक्ष्य को हासिल करना चाहते हैं।
नीरज ने शुक्रवार को पटियाला के राष्ट्रीय खेल संस्थान में आयोजित एक दिवसीय इंडियन ग्रां प्री के तीसरे चरण में 88.07 मीटर के साथ अपने ही रिकार्ड को बेहतर किया।
नीरज ने अपने प्रदर्शन के बाद मीडिया से कहा, यह लक्ष्य है (90 मी बाधा को तोड़ने का), जिसे मैंने अपने लिए निर्धारित किया है। कई सारे अंतरराष्ट्रीय एक्सपोजर ट्रिप के साथ, मुझे लगता है कि मैं अपना लक्ष्य प्राप्त करने में सक्षम हूं।
ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके नीरज ने आखिरी बार जनवरी 2020 में दक्षिण अफ्रीकी शहर पोटचेफस्ट्रूम में एक स्थानीय एथलेटिक्स मीट में भाग लिया था।
चोपड़ा ने 87.86 मीटर का थ्रो रिकॉर्ड किया था, जो कि टोक्यो ओलंपिक क्वालिफिकेशन स्टैंडर्ड 85 मीटर से बेहतर था।
उन्होंने कहा, मैं फेंकने वाले हाथ पर कोहनी की चोट की कारण मैं लंबे समय के बाद प्रतिस्पर्धा कर रहा था। लेकिन ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करना एक बड़ा फायदा था क्योंकि मैंने कड़ी मेहनत नहीं की थी।
पानीपत के 23 वर्षीय एथलीट ने इंडोनेशिया में 2018 में आयोजित एशियाई खेलों का स्वर्ण जीतने के दौरान बनाए गए अपने रिकॉर्ड (88.06 मीटर) को बेहतर किया।
उन्होंने कहा, ओलंपिक को अब केवल चार महीने ही बचे हैं और 88 मीटर को पार करना एक अच्छा संकेत है।
पिछले एक साल बहुत चुनौतीपूर्ण रहा है क्योंकि हम कोविड महामारी के कारण तीन-चार महीनों तक प्रशिक्षण नहीं कर सके। स्टेडियम बंद थे। हमें मार्च से मई तक बाहर प्रशिक्षण देने की अनुमति नहीं थी।
पिछले 13 महीनों में हमने जिस कठिन परिस्थिति का सामना किया, उसे देखते हुए प्रदर्शन संतोषजनक है क्योंकि यह लंबे अंतराल के बाद पहली प्रतियोगिता है।
टोक्यो ओलंपिक के लिए अपनी योजनाओं के बारे में पूछे जाने पर नीरज ने कहा कि उन्हें डायमंड लीग में भाग लेना है।
उन्होंने कहा, जब मैं ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा करूंगा तो मेरे पास एक मनोवैज्ञानिक बढ़त होगा। उन्हीं परिचित चेहरों को देखकर ऐसा लगेगा जैसे मैं एक साधारण प्रतियोगिता में प्रतिस्पर्धा कर रहा हूं, न कि ओलंपिक जैसी बड़ी प्रतियोगिता में।