इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संसद में विश्वास मत हासिल कर लिया है। विपक्षी नेतृत्व के सदस्य, जिन्होंने सत्र का बहिष्कार किया था, वे संसद भवन के बाहर सत्तापक्ष के समर्थकों से उलझते नजर आए।
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेता, जो संसद के बाहर मौजूद थे, उनकी सत्ताधारी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के समर्थकों के साथ तीखी बहस हुई।
कई नेताओं की ओर से यह भी आरोप लगाए गए कि विरोधी पार्टी के समर्थकों ने उनके साथ दुर्व्यवहार और मारपीट की है।
विवाद के दौरान, पीएमएल-एन नेता अहसान इकबाल पर जूते फेंके गए, जबकि डॉ. मुसद्दिक मलिक और मरियम औरंगजेब पर हमला किया गया।
पीएमएल-एन के नेताओं ने आरोप लगाया कि उन्हें पीटीआई समर्थकों ने परेशान किया और उनके साथ हाथापाई की।
उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि उनकी सुरक्षा के लिए कोई पुलिस या सुरक्षा मौजूद नहीं थी।
संसद के विपक्षी सदस्यों ने इस घटना की निंदा की है।
मोहसिन डावर ने ट्विटर पर कहा, पीटीआई के ठगों पर लानत है, जिन्होंने मरियम, शाहिद खाकान अब्बासी, मुसादिक मलिक और अन्य पीएमएलएन नेताओं पर हमला किया।
यह पीटीआई ठगी को 2014 से एक नई ऊंचाई पर ले जाता है।
यह एक खतरनाक मिसाल है और प्रत्यक्ष टकराव की ओर ले जा रही है। प्रधानमंत्री को जिम्मेदारी दिखानी चाहिए।
पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने कहा, इस तरह का व्यवहार पीटीआई की रणनीति को दर्शाता है।
मैं उन्हें कैमरों के सामने सड़क पर आने की चुनौती देता हूं।
पीएमएल-एन नेता मरियम औरंगजेब ने भी सरकार पर हमला बोला है।
उन्होंने कहा कि देश में प्रधानमंत्री नहीं है। इस देश में कोई प्रधानमंत्री नहीं है। इसके बजाय यहां ठग, धमकाने वाले और आतंकवादी हैं। वे धमकाने और आतंक के माध्यम से विश्वास मत हासिल करना चाहते हैं।
वहीं दूसरी तरफ, डिजिटल मीडिया के लिए प्रधानमंत्री के सहयोगी अरसलान खालिद ने इस बात से इनकार किया है कि उनकी पार्टी के समर्थकों ने हाथापाई शुरू की।
उनका कहना है कि वह पीएमएल-एन के नेता थे, जिन्होंने लड़ाई शुरू की।
खालिद ने ट्वीट करते हुए विपक्षी पार्टी के नेताओं पर ही हाथापाई शुरू करने का आरोप मढ़ दिया है।
उन्होंने कहा कि एक पूरा वीडियो है, जिसमें आप स्पष्ट रूप से शाहिद खाकान और मुसद्दिक मलिक को पीटीआई कार्यकर्ताओं पर हमला करते हुए देख सकते हैं।
इमरान खान के पक्ष में 178 वोट पड़े हैं। इसका मतलब है कि इमरान खान की कुर्सी अब सुरक्षित है।
उन्होंने जरूरी वोटों से छह मत अधिक हासिल किए। इसी समय संसद के बाहर अराजकता देखी गई।
विश्वास मत जीतने के बाद संसद को संबोधित करते हुए, इमरान खान ने कहा, कोई भी पाकिस्तान की प्रगति को रोक नहीं सकता। मेरे सांसदों और टीम को मेरी तरफ से शुक्रेया।