रांची : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि किसान आंदोलन एक गंभीर समस्या है।
इस विषय पर सरकार को किसानों, राज्य सरकारों और किसान संगठनों से बात कर रास्ता निकालना चाहिए।
आंदोलन शुरू हुए सौ दिन पूरे हो गए लेकिन केंद्र सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया है।
इसलिए अब हमें सोचना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सोमवार से पार्लियामेंट का सेशन शुरू हो रहा है। इस मुद्दे पर बात हो सकती है।
वे रविवार को एनसीपी के प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। एनसीपी नेता ने कहा कि अभी किसान आंदोलन राष्ट्रीय मुद्दा है। किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे हो गए हैं।
पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान सहित अन्य राज्यों के किसान डटे हुए हैं। लेकिन केंद्र सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। किसान दिल्ली में बैठे हैं, यह चिंताजनक है।
तीन कृषि कानून बनाने के पूर्व इसमें राय लेने की आवश्यकता थी। यह कानून बिना चर्चा के बनाया गया, जिस कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है।
पवार ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि कई राज्यों में सांप्रदायिकता का जहर फैलाने का काम हो रहा है। पश्चिम बंगाल में एक महिला को हटाने के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है।
सीबीआई और ईडी की मदद लेकर इनके खिलाफ काम हो रहे हैं। यह एक गंभीर मुद्दा है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि फिल्म अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती के भाजपा में शामिल होने से कोई फर्क नहीं पड़ता है। बंगाल की जनता ममता को सपोर्ट करेगी।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और एनसीपी के राष्ट्रीय महासचिव प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि वह अखिल भारतीय फुटबॉल संघ के अध्यक्ष हैं। फीफा वुमेन वर्ल्ड कप होने जा रहा है।
इसमें झारखंड की आठ बच्चियों का चयन हुआ है। मुख्यमंत्री से चर्चा की थी कि यहां वुमेन फुटबॉल पॉपुलर है।
ज्यादा से ज्यादा प्रोत्साहन देने की आवश्यकता है। इस अवसर पर एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष सह विधायक कमलेश कुमार सिंह आदि उपस्थित थे।