न्यूज़ अरोमा रांची: झारखंड कांग्रेस भवन में पार्टी के वरिष्ठ नेता, एकीकृत बिहार सरकार के मंत्री रहे ओपी लाल के निधन के बाद सोमवार को शोक सभा का आयोजन किया गया।
इसकी अध्यक्षता प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने की तथा संचालन प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने किया। इस अवसर पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, विधायक दीपिका पांडेय सिंह, अम्बा प्रसाद एवं पूर्व विधायक डाॅ जयप्रकाश गुप्ता उपस्थित थे।
सुबोधकांत सहाय ने कहा कि ओपी लाल का जाना कांग्रेस पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति है।
उन्होंने कहा कि ओपी लाल निर्वाचित जनप्रतिनिधि तो थे ही। साथ ही साथ वो मजदूर आंदोलन के पूरोद्धा के रूप में सदैव याद किये जाएंगे।
उनका जाना हमारे लिये व्यक्तिगत क्षति है। 1985, 1990,1995 तीन बार लगातार उनका निर्वाचित होना उनकी लोकप्रियता का द्योतक था।
एक राजनेता होने के साथ-साथ एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में पांच दशक तक वो लगातार सक्रिय भूमिका में काम करते रहे।
ऐसे लोगों के जीवनी से हमें सीखने का अवसर मिलता है। विशेषतः कोलयांचल क्षेत्र में इंटक, आरसीएमएस जैसे मजदूर संगठनों के पदाधिकारी के रूप में वो लगातार मजदूर हितों की आवाज बुलंद करते रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अत्यंत मृदुभाषी एवं मिलनसार स्वभाव होने के नाते कार्यकर्ताओं से तुरंत घुल-मिल जाते थे। संगठन का कार्यक्रम कहीं भी हो उनकी सक्रियता उनकी उपस्थिति के रूप में झलकती थी।
विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि ओपी लाल का जीवन सदैव प्रेरणा श्रोत के रूप में हमारा मार्गदर्शन करते रहेगा। 50 वर्षों तक सार्वजनिक जीवन में उनकी सक्रियता उनकी लोकप्रियता का पैमाना है।
अपने अस्वस्थ्यता के कुछ दिन पूर्व तक वो लगातार संगठनिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेते रहे।
कांग्रेस पार्टी के विचार-धारा का विस्तार और जनहित के मुद्दों को लेकर किया गया उनका संघर्ष सदैव हमारे दिलों में बसा रहेगा।
आज कांग्रेस पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को उनके सीखने की आवश्यकता है।
विधायक अम्बा प्रसाद ने कहा कि ओपी लाल के निधन से हुए नुकसान का भरपाई जल्द नहीं हो सकती।
आज के युग में भी ऐसे शांत मृदुभाषी मिलनसार स्वभाव के राजनेता का राजनीति में सक्रिय रहना अपने आप में बड़ी बात है।
उनका जाना झारखंड राज्य के लिए अपूरणीय क्षति है।
शोक व्यक्त करने वालों में कामेश्वर गिरी, दीपक लाल, सलीम खान, राकेश सिन्हा, फिरोज रिज्वी मुन्ना, राजन वर्मा, अरूण श्रीवास्तव, दीपक प्रसाद, दिनेश लाल सिन्हा काफी शामिल हैं।