रांची: मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि ईएसएल वेदांता समूह के जरिए बोकारो जिले में बड़ी संख्या में “नंदघर” संचालित करना सराहनीय कदम है।
“नंदघरों” के शुभारंभ होने से ग्रामीण क्षेत्रों में अवस्थित आंगनबाड़ी केंद्रों को नया चेहरा देने का कार्य प्रारंभ हुआ है।
ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों एवं महिलाओं के विकास के लिए यह एक महत्वपूर्ण प्रयास है। वे मंगलवार को झारखंड विधानसभा स्थित कार्यालय से ईएसएल, वेदांता बोकारो के “नंदघर” के उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वेदांता समूह बोकारो जिले में स्वास्थ्य सेवाओं पर भी विशेष कार्य योजना बनाए और आम जनता के बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के लिए कार्य करे।
राज्य सरकार भी आपके साथ खड़ी है। एक दूसरे के सहयोग से जनहित के लिए कार्य होंगे, तभी सामाजिक-आर्थिक विकास संभव होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में उद्योगों का विकास कर रोजगार उपलब्ध कराना राज्य सरकार का लक्ष्य है।
झारखंड में उद्योगों का विकास हो, इसके लिए इसी महीने की छह तारीख को दिल्ली में विभिन्न उद्योग प्रतिष्ठानों के साथ स्टेकहोल्डर कॉन्फ्रेंस किया।
उन्होंने कहा कि राज्य में नयी उद्योग नीति बनाई जाएगी। यह उद्योग नीति राज्य सरकार और उद्यमियों के बीच सेतु का कार्य करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य मे संसाधनों की कोई कमी नहीं है, जरूरत है इन संसाधनों का बेहतर उपयोग हो। राज्य के सभी जिलों में उद्योग स्थापित हो, यही सरकार का प्रयास है। उन्होंने कहा कि उद्योग-प्रतिष्ठान भी सीएसआर के तहत स्थानीय विकास कार्यों को गति दें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि “नंदघर” के रूप में वेदांता समूह ने आंगनबाड़ी केंद्रों को नया रूप देने का काम किया है। केंद्रों में महिलाओं के विकास के लिए ट्रेनिंग कार्यक्रम तथा बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए कई कार्य किए जा रहे हैं।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने सिंदूरपेटी स्थित “नंदघर” का वर्चुअल अवलोकन किया तथा वहां उपस्थित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं ग्रामीणों से बातें भी की।
“नंदघर” में क्या-क्या हैं सुविधाएं
“नंदघर” वंचित बच्चों और महिलाओं के लिये सामुदायिक संसाधन केंद्र हैं। “नंदघर” परियोजना के तहत प्री-प्राइमरी शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण से संबंधित मुद्दों पर ध्यान दिया जाता है।
साथ ही इसमें गांवों में महिलाओं के लिये आर्थिक सशक्तीकरण पर भी जोर दिया जाता है।
इस परियोजना को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की भागीदारी के साथ तैयार किया गया है। इस परियोजना के 4,000 ऐसे केंद्र देश भर में स्थापित करने की योजना है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, प्रधान सचिव महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग अविनाश कुमार, बोकारो उपायुक्त राजेश कुमार सिंह, सीईओ वेदांता समूह सुनील दुग्गल, ईएसएल, वेदांता सीईओ पंकज मल्हान, प्रमुख सामुदायिक संबंध ईएसएल वेदांता, आशीष रंजन एवं रितु उपस्थित थे।