नई दिल्ली: डेनमार्क ने ब्रिटिश-स्वीडिश कंपनी एस्ट्रेजेनेका की ओर से विकसित कोविड-19 टीके के इस्तेमाल पर दो हफ्ते के लिए रोक लगा दी है।
वहां की सरकार ने टीकाकरण के कुछ लाभार्थियों में खून के थक्के जमने (क्लॉटिंग) की शिकायत सामने आने के बाद यह कदम उठाया है। इनमें से एक लाभार्थी के क्लॉटिंग के चलते दम तोड़ने की भी खबर है।
डेनमार्क के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि यूरोपीय देशों में एस्ट्राजेनेका के कोविड टीके से गंभीर साइडइफेक्ट उभरने की बात सामने आई है।
ऑस्ट्रिया ने टीकाकरण के बाद खून का थक्का जमने से एक व्यक्ति की मौत और कई लोगों में रक्त प्रवाह संबंधी विकार पैदा होने के मद्देनजर एस्ट्राजेनेका के टीके की एक खेप का इस्तेमाल ही रोक दिया है।
डेनमार्क के स्वास्थ्य मंत्री मैगनस ह्युनिक ने कहा, ‘मौजूदा समय में इस निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगा कि खून के थक्के जमने का संबंध एस्ट्राजेनेका के टीके से है।
हम मामले के विश्लेषण में जुटे हैं। फिलहाल वैक्सीन के इस्तेमाल पर 14 दिनों का प्रतिबंध लगा दिया गया है।’ इस बीच, एस्ट्राजेनेका ने स्पष्ट किया कि मानव परीक्षण में टीके की सुरक्षा की पुष्टि हुई थी।
वैज्ञानिक प्रमाणन की प्रक्रिया के दौरान भी वैक्सीन से कोई गंभीर साइडइफेक्ट नहीं उभरने की बात सामने आई थी।
टीके का असर या दुष्प्रभाव उत्पादन की गुणवत्ता पर निर्भर करता है।