दुमका: झारखंड राज्य किसान सभा और आदिवासी जनाधिकार मंच के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को रैयतों ने जमीन हड़पने के विरोध में पुराने समाहरणालय परिसर में धरना-प्रदर्शन किया।
साथ ही उपायुक्त से जमीन वापस दिलाने का आग्रह किया।
मामला सदर प्रखंड के नकटी गांव के कुल 27 बीघे जमीन का है। इसमे सात बीघे जमीन खेती के नाम से और अन्य जमीन जंगलसाल के नाम से दर्ज है।
ग्रामीणों ने प्रशासन की मिली भगत से जमीन हड़पने का आरोप सत्ताधारी दल के नेताओं पर लगाया है।
इस अवसर पर किसान नेता ऐहतशाम अहमद ने कहा कि नकटी मौजा के अंदर 754 दाग नंबर में गेंजर पर्चा में जंगल साल के नाम से दर्ज है। इस जमीन पर झामुमो के एक स्थानीय नेता जबरन चहारदीवारी का निर्माण करवा रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना कर सरकारी जमीन हड़पी जा रही है। उन्होंने इसकी जांच कराने के साथ अविलंब करवाई की मांग की।
आदिवासी जनाधिकार मंच के कार्यकारी अध्यक्ष सुभाष हेम्ब्रम ने कहा कि पुलिस की मदद से सत्ताधारी दल का नेता जमीन पर कब्जा कर रहा है।
संबंधित विभागीय पदाधिकारी को भी लिखित शिकायत की गई है। कुछ 28 बीघ् जमीन का बंदरबांट किया जा रहा है।