रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधानसभा में कहा है कि सभी युवाओं को सरकारी नौकरी नहीं दी जा सकती है।
उन्होंने कहा कि सभी को सरकारी नौकरी देने की जगह युवाओं को स्वाबलंबी बनाएंगे। इसके लिए युवाओं को ऋण उपलब्ध कराएंगे। सरकार 50 हजार रुपये से लेकर 25 लाख रुपये तक का ऋण देगी।
रामायण और महाभारत के दौर में भी आदिवासियों को सम्मान नहीं मिला
विधानसभा में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि रामायण और महाभारत के दौर में भी आदिवासियों को सम्मान नहीं मिला था। उस दौर में भी आदिवासी हाशिये पर थे। आदिवासी एकलव्य के वंशज हैं।
वह मंत्रिमंडल सचिवालय, गृह एवं कारा के अनुदान मांग पर चर्चा के बाद जवाब दे रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग आदिवासी को हिन्दू बता रहे हैं, वे समाज शास्त्र का अध्ययन कर लें। अगर प्रकृति पूजक के तौर पर हमारी पहचान नहीं होती तो यहां जंगल भी नहीं होता।
सोरेन ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर इशारा करते हुए कहा कि इनके एक नेता हैं, जिन्होंने आदिवासियों को हिन्दू बता दिया।
बाबूलाल मरांडी का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि उनका ही एक बयान सोशल मीडिया पर घूम रहा है।
वह आदिवासियों को सरना धर्म कोड देने की वकालत कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे लगा कि उन्होंने फिर से पलटी मार दिया।