गोड्डा: वृद्धा पेंशन के नाम पर ठगी के आरोपी पारा शिक्षक 45 वर्षीय मो रियाजउद्दीन उर्फ रियाज को हनवारा थाना की पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
इस संबंध में जून 2020 में ही मामला दर्ज हुआ था। रामकोल के नारायणपुर गांव के सैकड़ों ठगी के शिकार पुरुष एवं महिलाओं ने हनवारा थाना जाकर शिक्षक के खिलाफ आवेदन दिया। आरोपी लंबे समय से फरार था।
बता दें कि आरोपी पारा शिक्षक मो रियाजउद्दीन उर्फ रियाज महागामा प्रखंड के हनवारा थाना क्षेत्र अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय खुर्द डुमरिया में कार्यरत है।
ज्ञात हो कि उक्त शिक्षक पर वृद्धा पेंशन के नाम पर ठगी एवं जालसाजी करने के आरोप है।
इसको लेकर हनवारा थाना में जून 2020 में ही कांड दर्ज किया गया था। आरोपित की गिरफ्तारी के लिए पुलिस काफी दिनों से छापेमारी कर रही थी।
क्या है मामला
बताया जाता है कि मो रियाज पंचायत चुनाव की समाप्ति के बाद ग्राम पंचायत रामकोल के मुखिया मो अख्तर हुसैन का खास विश्वासी बनकर अपनी पंचायत के अलावा जिले की अन्य पंचायतों में हजारों गरीब एवं निस्सहाय लोगों से वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन एवं सामाजिक सुरक्षा पेंशन दिलाने के नाम पर वर्षों से जालसाजी करता था।
पेंशन का लाभ किसी भी व्यक्ति को नहीं मिले। वृद्धा पेंशन मिलने की आस लगाए बैठे गरीबों की उम्मीदों पर पानी फेरा गया।
लाठी पर चलकर थाना पहुंचे थे फरियादी
इसमें कई ऐसे बुजुर्ग पुरुष एवं महिला थीं जो लाठी के सहारे फरियाद करने थाना पहुंची थीं।
हनवारा थाना में ठगी एवं जालसाजी के आरोपित पारा शिक्षक खुर्द डुमरिया निवासी मोहम्मद रियाजउद्दीन उर्फ रियाज लगातार फरार चल रहा था।
उसे नाटकीय तरीके से सोमवार को पंचायत भवन कार्यालय हनवारा चेकपोस्ट के समीप से गिरफ्तार किया गया।
हनवारा थाना प्रभारी दीपक कुमार सिन्हा एवं अनुसंधानकर्ता संचू उरांव ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज होने के बाद से ही वह लंबे समय से फरार चल रहा था।
कोरोना काल में विद्यालय बंद रहने के चलते वह नियमित रूप से विद्यालय भी नहीं जा रहा था। पुलिस की इस कार्रवाई से अन्य आरोपितों के बीच हड़कंप मचा हुआ है।