रांची: झारखंड विधानसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं को रख रहे हैं। इसी क्रम में बोरियो से झामुमो विधायक लोबिन हेंब्रम ने सोमवार को विधानसभा के बाहर धरने पर बैठ गये।
लोबिन हेंब्रम 2019 में चयनित 26 आंगनबाड़ी सेविका सहायिकाओं को नियुक्ति पत्र देने की मांग कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि इन सेविका सहायिकाओं का चयन 2019 में हो चुका है।
दो वर्ष बीत गये, लेकिन इन्हें नियुक्ति पत्र नहीं दिया गया। इस दौरान उन्होंने सरकारी मशीनरी पर लेट लतीफी और लापरवाही बतरने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि राज्य में मेरी पार्टी की सरकार है। लेकिन मुझे शर्म आ रही है कि अपनी ही सरकार में मुझे ऐसा सुनना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि नियुक्ति में बिलंब के बाबत पूछने पर गोड्डा उपायुक्त कहते हैं कि नियुक्ति प्रक्रिया में गलती हुई है।
उपायुक्त मनमानी कर रहे हैं। अगर नियुक्ति प्रक्रिया में गलती हुई है, तो जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि यदि दो दिन में उन्हें नियुक्ति पत्र नहीं मिला, तो मैं दिखा दूंगा कि मैं क्या चीज हूं।
इधर स्पीकर रवीन्द्र नाथ महतो ने धरना पर बैठे लोबिन हेंब्रम को लाने के लिए कृषि मंत्री बादल पत्रलेख और भाजपा विधायक बिरंची नारायण को भेजा।
बाद में लोबिन सदन में आये। उन्होंने नियुक्ति पत्र से संबंधित जानकारी स्पीकर को दी।