कोडरमा: श्रम कानूनों में मालिक पक्षीय बदलाव कर उन्हें गुलाम बनाने की साजिश, किसानों को बर्बाद करने वाले कानूनों को संसद से जबर्दस्ती पारित कराने, देश की आर्थिक संप्रभुता का आधार सार्वजनिक क्षेत्र का निजीकरण किए जाने एवं कोरोना आपदा में भाजपा सरकार की मनमानी के खिलाफ ट्रेड यूनियनों और श्रमिक फेडरेशनों के आह्वान पर गुरुवार को देशव्यापी हड़ताल का कोडरमा जिला में व्यापक असर रहा।
जगह-जगह मजदूर कर्मचारी संगठनों ने निकाला जुलूस किया धरना प्रदर्शन आयोजित और मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया।
वामदलों और ट्रेड यूनियन सीटू ऐक्टू और एटक व बीएसएसआर यूनियन के संयुक्त बैनर तले कला मंदिर से मुख्य जुलुस निकला जो ओवरब्रिज झंडा चौक होते हुए बिग बाजार के पास पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया।
एक्टू के जिला संयोजक विजय पासवान की अध्यक्षता में हुई सभा को सीटू राज्य कमिटी सदस्य संजय पासवान, जिप सदस्य महादेव राम, माले के जिला सचिव मोहन दत्ता, सीपीआई जिलामंत्री प्रकाश रजक, एटक नेत्री सोनिया देवी, सीपीएम नेता महेंद्र तुरी ने सम्बोधित किया।
वक्ताओं ने कहा कि कहा कि केंद्र की मोदी सरकार कोरोना और लॉकडाउन को अवसर में बदलकर पूंजीपति दोस्तों के हित में जनविरोधी फैसले ले रही है और एक एक कर सार्वजनिक क्षेत्रों का निजीकरण कर रही है तथा युवाओं का भविष्य को बर्बाद कर रही है।
सरकार रक्षा, कोयला, इस्पात, दूर संचार, बैंक, बीमा, रेलवे, पेट्रोलियम, एयरपोर्ट और बंदरगाह समेत अन्य महत्वपूर्ण उद्योगों को बेचने पर तुली है। सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद करना होगा।
मौके पर बिरेन्द्र यादव, अर्जुन यादव, महेश सिंह, सरिता रानी, सुनील गुप्ता, शेरू निशा सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल थे।