ढाका: बांग्लादेश में अनुसूचित जाति समूह मातुआ समुदाय इस सप्ताह के अंत में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत करने के लिए तैयार है।
बता दें कि पश्चिम बंगाल की कम से कम छह संसदीय सीटों में इनकी उपस्थिति है।
मातुआ समुदाय की जड़े बांग्लादेश से जुड़ी हुई हैं। विभाजन के दौरान ये बड़ी संख्या में पश्चिम बंगाल में चले आए, खासकर 2001-02 में खालिदा जिया की सरकार के समय में हिंदू-विरोधी अभियानों के दौरान भी इनका स्थानांतरण हुआ।
इस समुदाय के नेताओं के मुताबिक इनकी आबादी तीन करोड़ है, जबकि इस पर कोई आधिकारिक गिनती उपलब्ध नहीं है। भारत के एक राज्य मंत्री ने कहा कि नामसुद्र मतदाताओं की संख्या 1.75 करोड़ है।
शुक्रवार को बांग्लादेश पहुंचने के बाद मोदी ईश्वरीपुर में स्थित जशोरेश्वरी काली मंदिर जाएंगे, जो श्यामनगर उपजिला के अन्तर्गत आता है। मंदिर में किसी विदेशी राष्ट्राध्यक्ष की यह पहली यात्रा होगी।
मोदी के यहां आने से पहले यहां उत्सव का माहौल है। मंदिर को सजाने-संवारने की तैयारी जोरों पर है।
मंदिर के संरक्षक ज्योति चट्टोपाध्याय कहते हैं भारत के प्रधानमंत्री और अन्य प्रतिनिधियों का स्वागत करने की सभी तैयारियां अपने अंतिम चरण पर हैं।
अगले दिन वह मातुआ समुदाय के श्री श्री हरिचंद मंदिर के साथ-साथ गोपालगंज के काशियानी उपजिला के तहत आने वाले ओराकांडी ठाकुरबाड़ी में गुरुचंद के हरि मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगे।
बांग्लादेश मातुआ महा मिशन के अध्यक्ष पद्मनाभ ठाकुर ने कहा कि मोदी सन 1812 में ओराकांडी में पैदा हुए मातुआ समुदाय के संस्थापक हरिचंद ठाकुर के परिवार के साथ भी समय बिताने वाले हैं।
इसके बाद शनिवार को वह गोपालगंज के तुंगीपारा में बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान के मकबरे का भी दौरा करेंगे।
ओराकांडी के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है और ठाकुरबाड़ी के सामने एक हेलीपैड तैयार किया जा रहा है।
लोक निर्माण विभाग ने हरि मंदिर के समीप एक विश्राम गृह भी बनाया है।
काशियानी उपजिला परिषद के अध्यक्ष और ठाकुर परिवार के वंशज सुब्रोतो ठाकुर ने कहा कि मातुआ समुदाय को भारत के प्रधानमंत्री के आने का बेसब्री से इंतजार है।
उन्होंने कहा, इस सफर से दोनों पड़ोसी देशों के बीच संबंध मजबूत होंगे।
गोपालगंज में डिप्टी कमिश्नर शाहिदा सुल्ताना ने आश्वासन दिया कि भारत के प्रधानमंत्री के स्वागत की सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
बंगबंधु के जन्म शताब्दी और बांग्लादेश की आजादी की स्वर्ण जयंती के अवसर पर पीएम मोदी शुक्रवार से लेकर शनिवार तक बांग्लादेश की यात्रा पर होंगे।