हजारीबाग: उपायुक्त आदित्य कुमार आनंद की अध्यक्षता में जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट के न्यास परिषद की बैठक सूचना भवन सभागार में संपन्न हुई।
बैठक में खनिज फाउंडेशन की राशि से खनन प्रभावित इलाकों के अलावा जिले में आमलोगों के लिए भी मूलभूत नागरिक सुविधाओं के विकास के लिए प्राथमिकता वाले योजनाओं के चयन पर चर्चा हुई।
ट्रस्ट के नियम के अनुरूप उपलब्ध फंड का 60 प्रतिशत स्वास्थ्य, पेयजल, शिक्षा, बाल कल्याण जैसी योजनाओं में खर्च करना है। वहीं, शेष 40 प्रतिशत राशि का उपयोग आधारभूत संरचना के निर्माण में किया जा सकता है।
उपायुक्त ने बताया कि पिछले साल 90 प्रतिशत राशि का उपयोग पेय जलापूर्ति से संबंधित योजनाओं के लिए खर्च किया गया। इसके बावजूद कई जलापूर्ति से संबंधित परियोजना पूरी नहीं हुई।
विधायक के संज्ञान में लाने पर उपायुक्त ने कार्यपालक अभियंता को परियोजना स्थलों का कनीय अभियंता को जिम्मेदारी तय करने व जिला स्तर की टीम बना कर भौतिक सत्यापन करने का निर्देश दिया।
साथ ही अधूरे या खराब पड़े उपकरणों को दुरुस्त करने का भी निर्देश दिया।
साथ ही गर्मी को देखते हुए विभाग को संवेदनशील होने, शिकायत निवारण प्रणाली को क्रियाशील करने व लापरवाह कनीय अभियंता पर निगरानी रखने व जरूरत पड़ने पर स्पष्टीकरण करने का सख्त निर्देश भी दिया।
बैठक में ट्रस्ट के फंड से अस्पतालों में सुविधा बढ़ाने, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत नवनिर्मित सामुदायिक शौचालय निर्माण की गुणवत्ता जांच एवं अधूरी कार्यों को पूरा कराने, नया समाहरणालय के रख-रखाव की स्थायी व्यवस्था करने, स्वास्थ्य केंद्रों-उपकेंद्र में चिकित्सक एवं नर्स की कमी का मामला भी उठाया गया।
उपायुक्त ने प्राथमिकता के आधार पर समाधान करने का भरोसा दिया।
बैठक में मांडू विधायक जयप्रकाश भाई पटेल, बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद, बरकट्ठा विधायक अमित कुमार, बरही विधायक उमाशंकर अकेला, कोडरमा सांसद प्रतिनिधि भुवनेश्वर पटेल, उप विकास आयुक्त अभय कुमार सिन्हा, सिविल सर्जन, खनन अधिकारी, कार्यपालक अभियंता पेयजल के अलावा बड़कागांव, केरेडारी, डाडी, चूरचू जैसे खनन प्रभावित क्षेत्रों के प्रमुख, उप प्रमुख, पंचायत प्रतिनिधि शामिल हुए।