न्यूज़ अरोमा गिरिडीह: गिरिडीह के औद्योगिक इलाके चतरो की बालमुकुंद स्टील फैक्ट्री में शुक्रवार की देर रात एक क्रेन चालक राजेश कुमार राम (46) की मौत संदेहास्पद स्थिति में हो गया।
जानकारी के अनुसार क्रेन चालक की मौत फैक्ट्री के भीतर हुई है, लेकिन फैक्ट्री प्रबधन मामले को सड़क हादसा में तब्दील करने के प्रयास में है।
घटना के बाद मुफस्सिल थाना की पुलिस ही शव को लेकर अस्पताल पहुंची थी।
इधर, मृतक के भाई राकेश आर्या ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रबंधन साजिश कर ऐसा कर रहा है।
इस बीच भाजपा नेता दिनेश यादव, पूर्व भाजपा नेता मनोज साहू, माले नेता राजेश सिन्हा ने अस्पताल पहुंच कर मामले की जानकारी ली।
इस दौरान माले नेता ने क्रेन चालक राजेश राम के मौत के मामले में पुलिस से जांच का मांग की है।
मृतक के भाई के अनुसार फैक्ट्री के भीतर हुई मौत की घटना के बाद मामले को सड़क हादसे में तब्दील करने के लिए फैक्ट्री प्रबधन ने शव को गिरिडीह-धनबाद रोड में रखवा दिया।
इसके बाद घटना की जानकरी पुलिस को दी। लिहाज़ा, परिजनों के शक का आधार भी यही बन रहा है।
क्योंकि हर रात को ड्यूटी पर पहुंचने से पहले शिफ्ट प्रभारी बिनोद साव राजेश (मृत क्रेन चालक) को कॉल किया करता था।
लेकिन शुक्रवार की शाम राजेश पहले ही फैक्ट्री पहुंच गया था। इसके बाद परिजनों को घटना की जानकरी मिली कि राजेश राम का शव सड़क में पड़ा हुआ है।
जानकारी मिलने के कुछ देर बाद परिजनों को पता चला कि राजेश का शव मुफ्फसिल थाना पहुंच चुका है।
लेकिन राजेश की बाइक और मोबाइल फोन का कोई अता-पता नहीं था। इसे परिजनों का संदेह और बढ़ गया।
फिलहाल, परिजनों और माले नेता राजेश सिन्हा ने फैक्ट्री के भीतर लगे सीसीटीवी कैमरों का फुटेज देखने की मांग की है।
इधर आक्रोशित लोग गुस्सा में सड़क जाम की बात कर रहे थे। एसडीपीओ अनिल सिंह ने कहा कि मामले की जांच चल रही है।