रांची: रांची नगर निगम की मेयर आशा लकड़ा ने गुरुवार को पेयजल संकट की समस्या के समाधान के लिए जलापूर्ति एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक बुलायी थी लेकिन बैठक में न तो नगर आयुक्त पहुंचे और न ही विभागीय अधिकारी।
बताया गया है कि मेयर निर्धारित समय 12:00 बजे पर अपने कार्यालय कक्ष में पहुंच गईं और डेढ़ बजे तक अधिकारियों का इंतजार करती रहीं।
इस दौरान उन्होंने नगर आयुक्त के मोबाइल नम्बर पर कॉल भी किया लेकिन उन्होंने न तो कॉल रिसीव किया और न ही बाद में मेयर से बात की। जलापूर्ति एवं स्वास्थ्य शाखा के अधिकारियों ने भी मेयर को यह संदेश भेजा कि नगर आयुक्त के पहुंचने के बाद ही वे बैठक में शामिल होंगे।
मेयर आशा लकड़ा ने कहा कि नगर आयुक्त राज्य सरकार के इशारे पर राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं। तापमान में वृद्धि होने के साथ ही नगर निगम क्षेत्र के कई वार्डों में पेयजल की समस्या उत्पन्न हो गई है।
वार्डों में हैंडपम्प, मिनी एचवाईडीटी और डीप बोरिंग खराब है।
गर्मी के मौसम में हर वर्ष पेयजल की समस्या से जूझ रहे वार्डों में रांची नगर निगम टैंकर से जलापूर्ति की व्यवस्था करता है लेकिन नगर आयुक्त चैन की नींद सो रहे हैं। उन्हें शहरवासियों की समस्या की कोई चिंता नहीं है।
उन्होंने कहा कि शहर के विभिन्न इलाकों से लोग टैंकर से जलापूर्ति उपलब्ध कराने की मांग कर रहे हैं।
यदि रांची नगर निगम के शीर्ष अधिकारी इस प्रकार की राजनीति करेंगे तो आम लोगों की समस्या का समाधान कैसे होगा।
मेयर ने नगर आयुक्त के इस आचरण के प्रति नाराजगी जाहिर की और कहा कि सोमवार को पुनः पेयजल संकट की समस्या के समाधान के लिए जलापूर्ति एवं स्वास्थ्य शाखा के अधिकारियों के साथ बैठक की जाएगी।