नई दिल्ली: भारत में कोरोना की बेकाबू रफ्तार ने पूरी दुनिया में भय पैदा कर दिया है। अमेरिका भी भारत में बढ़ते संक्रमण से चिंता में पड़ गया है। अमेरिकी सरकार लगातार नई गाइडलाइन जारी कर रही है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने 4 मई से भारत से आने वाले यात्रियों को अमेरिका में प्रवेश देने से इनकार कर दिया है।
बाइडेन प्रशासन द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट किया गया है कि जिस किसी ने पिछले 14 दिन में भारत की यात्रा की है, उसे अमेरिका में एंट्री नहीं मिलेगी।
उल्लेखनीय है कि बाइडेन प्रशासन ने यह निर्णय सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) से बातचीत के बाद लिया है। सीडीसी ने आगाह किया है कि भारत में सामने आए कोरोना के नए वेरिएंट बेहद खतरनाक हैं।
अमेरिका को अविलंब इनसे बचाव के उपाय करने चाहिए।
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा अमेरिका के लोगों की भलाई को देखते हुए यह निर्णय लेना पड़ा।
हमने निर्णय लिया है कि जो भी व्यक्ति अमेरिकी नागरिक नहीं है, लेकिन पिछले 14 दिन में भारत की यात्रा करके आया है, उसे अमेरिका में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
व्हाइट हाउस की प्रवक्ता जेन साकी ने बाइडेन प्रशासन के इस फैसले के बारे में विस्तार से जानकारी दी है।
उन्होंने कहा कि भारत में इस समय सिर्फ कोरोना के मामले ही नहीं बढ़ रहे हैं, बल्कि कई नए वेरिएंट भी देखने में आए हैं। इस असाधारण परिस्थिति को देखते हुए ही 4 मई से यात्रा पर रोक लगाई गई है।
अमेरिका ने इस बड़े फैसले के बीच कुछ लोगों को राहत भी दी है। जिन अमेरिकी नागरिकों के पास ग्रीन कार्ड होगा, उनकी पत्नी और 21 साल से कम उम्र के बच्चों को इन पाबंदियों से छूट दी जाएगी।
बाकी लोगों पर न सिर्फ ये पाबंदियां लागू होंगी, बल्कि वे अमेरिका में भी एंट्री नहीं ले पाएंगे। बाइडेन प्रशासन की तरफ से यह नहीं बताया गया है कि पाबंदियां कब तब जारी रहेंगी।
जो बाइडेन ने कहा कि भारत में इस समय कोरोना के 18,375,000 मरीज हैं।
भारत में कोरोना बड़े स्तर पर अपने पैर पसार रहा है। इस समय दुनिया के एक तिहाई मामले सिर्फ भारत से आ रहे हैं।
रिपब्लिकन पार्टी का मानना है कि कोरोना संकट के बीच भारत पर ऐसी पाबंदियां लगाना ठीक नहीं है।
कई सांसदों ने मुद्दा उठाया है कि अमेरिका की तरफ से मैक्सिको के लिए बॉडर खोला गया है।
भारत के लिए सीमा बंद की जा रही है। ऐसे में इस फैसले को उचित नहीं ठहराया जा सकता। इस मुद्दे पर बहस के बीच राष्ट्रपति जो बाइडेन का एक पुराना ट्वीट भी चर्चा का विषय बना।
12 मार्च के उस ट्वीट में खुद बाइडेन ने भी कोरोना को रोकने के लिए बॉर्डर बंद करने का विरोध किया था।