जमशेदपुर: जिले के गम्हरिया प्रखंड के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी (बीईईओ) कानन कुमार पात्र पर उत्क्रमित मध्य विद्यालय रायबासा में पदस्थापित शिक्षिका राधी पूर्ति ने मानसिक रूप से प्रताड़ित करने व सेवा पुस्तिका (सर्विस बुक) खोलने के नाम पर पैसे मांगने का आरोप लगाया है।
शिक्षिका ने आदित्यपुर थाना में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत लिखित शिकायत भी दर्ज करायी है।
शिक्षिका ने बताया कि 2018-19 में उनकी सेवा पुस्तिका गुम हो गई थी।
दूसरी सेवा पुस्तिका के लिए आठ मई 2020 को प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी को लिखित आवेदन दिया गया था।
इसके बाद दो वर्ष से लंबित सेवा पुस्तिका नहीं खोले जाने का कारण पूछा तो प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी भड़क उठे और कहा कि द्वितीय सेवा पुस्तिका खोलने के लिए जिला शिक्षा अधीक्षक से लेकर क्षेत्रीय उच्च शिक्षा निदेशक तक को मैनेज करने के लिए मोटी राशि की जरूरत है।
शिक्षिका ने यह भी बताया कि उन्होंने सार्वजनिक स्थान पर अनुसूचित जनजाति की महिला होने के नाते उनका अपमान किया और आपत्ति जनक शब्दों का प्रयोग किया।
बताया कि बीईईओ के चपरासी द्वारा पैसे मांगे जाने का सबूत भी उपलब्ध है।
जरूरत पड़ने पर इस मामले की जांच करने वाले अधिकारियों को ऑडियो क्लिप भी उपलब्ध करा दिया जाएगा।
आदित्यपुर थाना प्रभारी राजेंद्र प्रसाद महतो ने शिक्षिका को इंसाफ दिलाने का भरोसा दिलाया है।
जानिये क्या कहते हैं बीईईओ
इधर बीईईओ का कहना है कि मेरे ऊपर लगाए गए आरोप निराधार हैं। मैं हर जांच के लिए तैयार हूं।
मेरे खिलाफ षडयंत्र किया गया है। शिक्षिका को सेवा पुस्तिका उपलब्ध करा दी गई है।
सीसीटीवी फुटेज में आठ अप्रैल की हुई पूरी घटना कार्यालय में उपलब्ध है।
जिला शिक्षा विभाग में करोड़ों रुपये के घोटाला का खुलासा करने के कारण कुछ शिक्षकों के माध्यम से मेरे खिलाफ साजिश रची जा रही है।