रांची: मांडर विधायक बंधु तिर्की ने यक्ष्मा आरोग्यशाला, इटकी (कोविड हॉस्पिटल) में मैनपावर की भारी कमी को दुरूस्त करने को लेकर शुक्रवार को मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और कार्मिक सचिव को पत्र लिखा है। साथ ही कमी को अविलंब दूर करने की मांग की है।
तिर्की ने अपने पत्र में कहा है कि रांची जिला के इटकी प्रखंड स्थित यक्ष्मा आरोग्यशाला वर्ष 1928 में स्थापित 435 शैय्या का अस्पताल जो लगभग 365 एकड़ भू-भाग में फैला है।
23 अप्रैल को उक्त अस्पताल का मुख्यमंत्री द्वारा निरीक्षण कर इसे कोविड अस्पताल में परिवर्तन का निर्णय किया गया था। वर्तमान परिदृश्य में यह निर्णय स्वागत योग्य एवं सराहनीय कदम है।
स्थानीय जनप्रतिनिधि और विधायक होने के नाते वह इस अस्पताल की व्यवस्था से भली-भांति वाकिफ हैं।
अस्पताल में प्रशिक्षित मानव संसाधनों का घोर अभाव है। आरोग्यशाला में स्वीकृत आठ चिकित्सकों के स्थान पर केवल तीन चिकित्सक ही पदस्थापित हैं।
परिचारिकाओं के स्वीकृत कुल 46 पदों के विरुद्ध केवल पांच परिचारिकाएँ अभी कार्यरत हैं जिनमें एक मातृका के प्रभार में हैं।
नर्सिंग ऑर्डरली के कुल नौ पदों के विरुद्ध केवल तीन ही पदस्थापित हैं।
प्रयोगशाला टेक्नीशियन का कोई भी पद स्वीकृत नहीं है। आरोग्यशाला में स्वीकृत तृतीय, चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों की स्वीकृत बलों की संख्या 256 है लेकिन इसके विरुद्ध मात्र 79 कर्मचारी ही कार्यरत है।
इन परिस्थितियों में 100 बेड का कोविड वार्ड एवं गहन चिकित्सा कक्ष चलाने के लिए चिकित्सकों, परिचारिकाओं, पारा मेडिकल एवं सपोर्ट स्टाफ के एक पूरे दल का उपलब्धता अति आवश्यक है।
इसलिए आरोग्यशाला इटकी में प्रशिक्षित मानव संसाधन( ट्रेंड मैनपावर)की कमी दूर करने के लिए अविलंब विभागीय निर्देश दिया जाए।