गाजियाबाद: नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन में अब राष्ट्रीय लोकदल भी उठ खड़ा हुआ है।
राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय प्रवक्ता सरदार इंद्रजीत सिंह टीटू ने रविवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में ऐलान किया कि रालोद का एक-एक कार्यकर्ता किसानों के साथ है और आंदोलन में शामिल है।
कविनगर में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में इंद्रजीत ने लगाया कि केंद्र सरकार किसानों की मेहनत की कमाई पूंजीपतियों के हाथ में देना चाहती है जिसके विरोध में देशभर के किसान पिछले चार दिनों से सड़कों पर हैं।
किसान इसको लेकर कितना गंभीर है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि किसान अपने साथ खाना-दाना लेकर आया है। किसान सरकार के कुछ न ही माग रहा सिर्फ अपने हक मांग रहा है।
उन्होंने कहा कि किसान जाति-धर्म से उपर उठकर काम करता है। वह अपनी लिए नहीं बल्कि पूरे समाज के लोगों के लिए अनाज पैदा करता है आज देश के अन्नदाता किसान को ही सरकार पूंजीपतियों के दबाव में बर्बाद करने पर तुली हुई है।
उन्होंने कहा कि रालोद पूरी तरह से किसान आंदोलन के न केवल समर्थन में है बल्कि उसके साथ है। कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है।
रालोद के तेजपाल चौधरी ने कहा कि इस देश का किसान अपने हक लेना जानता है और संघर्ष के जरिए अपने हक को लेकर रहेगा।
इस अवसर पर रालोद के जिलाध्यक्ष ओमपाल चौधरी, महानगर अध्यक्ष रविंद्र चौहान भी उपस्थित थे।