रांची : अक्सर लोग पुलिस पर सवाल उठाते रहते हैं लेकिन जब पुलिस अच्छा काम करती है तो उसे वह सम्मान नहीं मिल पाता जिसकी वो हकदार है।
पुलिस की ऐसी ही एक जिंदादिली की मिसाल देखने को मिली है। 17 फरवरी को सरस्वती पूजा विसर्जन जुलूस के दौरान पारसनाथ बेदिया नामक शख्स की गोली मारकर हत्या करवाने के मास्टरमाइंड कुख्यात अपराधी कृष्णा नायक को रांची पुलिस ने दबोच लिया है।
पिछले तीन महीने से फरार चल रहे कृष्णा नायक को पिठोरिया थाने की पुलिस ने पिठोरिया बाजार के पीछे स्थित अपने निर्माणाधीन मकान से अरेस्ट किया है, जहां पुलिस को देखते ही उसने भागने का प्रयास किया, लेकिन चारों तरफ से पुलिस की घेराबंदी के कारण उसकी एक न चली। फिलहाल पुलिस कृष्णा नायक से पूछताछ कर रही है।
पुलिस ने ऐसे की घेराबंदी
जानकारी के अनुसार, रांची के एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा को सूचना मिली कि कृष्णा नायक पिठोरिया इलाके में घूम रहा है।
इस आधार पर ग्रामीण एसपी नौशाद आलम के मार्गदर्शन में पिठोरिया थाना प्रभारी रवि शंकर के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। पुलिस की टीम उसकी तलाश में जुटी थी।
इस बीच पिठोरिया थाना प्रभारी रविशंकर को जानकारी मिली कि कृष्णा नायक पिठोरिया बाजार के पीछे स्थित अपने निर्माणाधीन मकान पर पहुंचा हुआ है।
इसकी जानकारी मिलते ही पिठोरिया थाना प्रभारी खुद उसे पकड़ने सादे लिबास में निकल पड़े। बाद में पिठोरिया थाने के अन्य सबइंस्पेक्टरों को बुलाया।
जहां, कृष्णा पहुंचा था, वहां चारों ओर से घेराबंदी कर कृष्णा को दबोच लिया। पुलिस को देखकर कृष्णा ने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने खदेड़ कर उसे दबोच लिया।
क्या है मामला
इस मामले में पुलिस की छवि भी धूमिल हो रही थी। तभी नए थाना प्रभारी रविशंकर ने ज्वाइन करते ही इस हत्याकांड को प्राथमिकता पर रखा और अपने योगदान के 20 दिनों के भीतर कृष्णा नायक को दबोच लिया।
इस तरह नए थानेदार ने रांची पुलिस की इज्ज़त भी बचा ली। पुलिस के अनुसार, कृष्णा नायक ने 17 फरवरी को सरस्वती पूजा विसर्जन जुलूस के दौरान पारसनाथ बेदिया नामक अधेड़ व्यक्ति की हत्या करवाई थी।
अपनी पिस्टल अपने राइट हैंड मिथुन नायक को देकर पारसनाथ की हत्या करने भेजा था। इसके बाद मिथुन ने विसर्जन जुलूस की आड़ में पूरी प्लानिंग के साथ गोली मारकर पारसनाथ की कर दी थी।
पारसनाथ की कान के पास पिस्टल सटाकर गोली मारी गई थी। जबकि पिस्टल के बट से मारकर उसका सिर भी फाड़ दिया था। इस मामले में मिथुन नायक को पुलिस ने पहले ही दबोच लिया था।
पकड़े जाने के बाद उसने खुलासा किया था कि कृष्णा नायक के इशारे पर ही पारसनाथ की गोली मारकर हत्या की थी।
फिलहाल मिथुन नायक जेल में बंद है। कृष्णा नायक का उग्रवादी संगठन पीएलएफआई से भी कनेक्शन है। इस बिंदु पर भी पुलिस जांच कर रही है।
जमीन के लिए कराई थी हत्या
पुलिस के अनुसार, पारसनाथ की हत्या की योजना कृष्णा नायक ने ही बनाई थी, क्योंकि कृष्णा नायक द्वारा पिठोरिया थाने से कुछ ही दूरी पर कृष्णा रेजिडेंसी नामक एक होटल बनाया गया है।
उससे पीछे एक बेशकीमती जमीन है, उस जमीन पर कृष्णा कब्जा करना चाहता था।
इस कब्जा का पारसनाथ बेदिया सहित अन्य लोग विरोध करते थे।
इसी वजह से कृष्णा ने उसे रास्ते से हटाने का प्लान किया और मिथुन नायक को सरस्वती पूजा की आड़ में घटना को अंजाम देने की जिम्मेवारी दे दी थी।