रांची: कोरोना संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह का अनुपालन करवाने वाले पुलिसकर्मियों से बदसलूकी करने वालों की अब खैर नहीं है।
एक तो संक्रमण काल में पुलिसकर्मी अपनी जान पर खेलकर सड़कों पर ड्यूटी में तैनात हैं, ऊपर से गाइडलाइंस का पालन नहीं करने वाले युवकों का उनसे उलझने की कंप्लेन वरीय अधिकारियों तक भी पहुंच रही है।
ऐसे में पुलिस के वरीय अधिकारियों ने कड़ा फैसला लिया है और पुलिस से उलझने वालों पर सीधे एफआइआर दर्ज करने का आदेश दिया है। साथ ही जेल भेजे जाने की भी बात कही गई है।
पुलिस कर्मियों का सहयोग करने की अपील
मामले में रांची के सिटी एसपी सौरभ ने बताया कि पुलिसकर्मी बेहद कठिन परिस्थितियों में काम कर रहे हैं।
ऐसे में अगर लोग कानून का उल्लंघन करेंगे तो कार्रवाई के अलावा कोई रास्ता नहीं बचता।
पुलिस भी यह नहीं चाहती है कि महामारी के समय किसी को उल्लंघन की वजह से जेल भेजा जाए।
ऐसे में लोगों से आग्रह है कि वे नियमों का पालन करें और महामारी से बचाव में पुलिस कर्मियों का सहयोग करें।
समझा-बुझा कर भेज रहे पुलिसकर्मी
सड़क पर तैनात पुलिसकर्मियों की मानें तो अक्सर इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं, जब लोग उनसे ही उलझ जाते हैं।
हालाकि पुलिसकर्मी भी यह मानते हैं कि कई लोग स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह की वजह से चिड़चिड़ापन के शिकार हो गए हैं।
ऐसे में पुलिसकर्मी भी अपना सामाजिक दायित्व निभाते हुए उन्हें समझा-बुझा कर वापस भेजते हैं।
ट्रैफिक एसपी का कड़ा संदेश
रांची में मिनी लॉकडाउन के पालन को लेकर ट्रैफिक एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग की ओर से कड़ा आदेश जारी किया गया है।
इसके मुताबिक गाइडलाइन का सख्ती से अनुपालन करवाने की जिम्मेदारी सभी पुलिसकर्मियों और अधिकारियों पर है।
दोपहर 3 बजे के बाद सड़क पर नजर आने वाले वाहनों को संदिग्ध माना जाएगा। केवल उन्हीं वाहनों को गुजरने दिया जाएगा, जिनके लिए सरकार की ओर से अनुमति प्राप्त है।