रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सह राज्य के वित्त व खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह में और कड़ाई करने के संकेत दिए हैं।
उन्होंने स्पष्ट कहा है कि संपूर्ण लॉकडाउन के बदले पाबंदियां और बढ़ाई जा सकती हैं।
अगले एक महीने तक शादी-विवाह और सामाजिक कार्यक्रमों पर रोक लगनी चाहिए।
वह अपने आवासीय कार्यालय से प्रदेश राहत व निगरानी समिति के कार्यों की समीक्षा के बाद मीडिया को संबोधित कर रहे थे।
कारगर रहा स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह
डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि राज्य सरकार ने काफी मंथन के बाद जीवन के साथ जीविका बचाने के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह का अनुपालन कराना सुनिश्चित किया है।
इन बंदिशों की वजह से संक्रमण के फैलाव पर काफी अंकुश लगा है और संक्रमण के मामले में कमी भी आयी है।
स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के पहले प्रतिदिन 9000 से अधिक मामले आ रहे थे, वहीं अब यह संख्या 5000 से 6000 के आसपास हो गयी है।
राज्य सरकार द्वारा उठाये गये कदम का अनुसरण कई अन्य राज्यों द्वारा भी किया जा रहा है और अभी संपूर्ण लॉकडाउन की जगह कुछ और पाबंदियां बढ़ाने पर ही विचार किया जा सकता है, जिसके तहत शादी विवाह और अन्य सामाजिक कार्यक्रमों को एक महीने तक टाला जाना चाहिए।
विदेशों से मिल रहे सहयोग पर झारखंड का भी अधिकार
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में किसान भी कठिनाई में है, वहीं ओलावृष्टि से कई किसानों के फसल को नुकसान पहुंचा है।
मुख्यमंत्री ने नुकसान का आकलन कर क्षतिपूर्ति का निर्देश दिया है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि झारखंड की प्राकृतिक संपदा पर पूरे देश का अधिकार है, वहीं अभी संकटकाल में जब विदेशों से सहायता मिल रही है, तो इस पर भी झारखंड का पूरा अधिकार है।
विदेशों से जो सहयोग और सहायता सामग्री मिल रही है, उसका वितरण देशभर में पारदर्शिता के अनुसार होना चाहिए और झारखंड को आवश्यकतानुसार सहयोग मिलना चाहिए।
मौके पर केशव महतो कमलेश, आलोक दुबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव, राजेश गुप्ता, सन्नी टोप्पो और स्वास्थ्य विभाग के चेयरमैन पी. नैय्यर उपस्थित थे।