दुमका : केंद्र में जिस बीजेपी की पूर्ण बहुमत वाली सरकार किसानों की मांगें नहीं मान रही है, तीनों नये कृषि कानूनों को खत्म नहीं करने की जिद पर महीनों से अड़ी हुई है, किसानों के हक में आवाज उठा रहे सोशल एक्टिविस्ट्स और पत्रकारों पर मुकदमे ठोंक रही है, उन्हें जेलों में डाल रही है, कोरोना के संक्रमण के खतरे के बीच अभी भी किसानों को सड़कों पर धरना दिये रहने पर मजबूर की हुई है, जिस बीजेपी की हरियाणा में सत्तासीन सरकार पर धरना दे रहे किसानों पर लाठी चार्ज करने और आंसू गैस के गोले दागने के आरोप लग रहे हैं, वही बीजेपी झारखंड में खुद को किसानों की हितैषी दिखाने में जुटी है।
जिस भी मुंह से कहा, मगर बीजेपी ने झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार को ‘किसान विरोधी’ जरूर कहा है।
मामला झारखंड सरकार द्वारा किसानों से धान खरीदने के बाद किसानों को उसके पैसों का भुगतान नहीं किये जाने का है।
बीजेपी ने इसे हेमंत सरकार की किसान विरोधी नीति करार दिया है।
इसके खिलाफ झारखंड बीजेपी ने मंगलवार को राज्यव्यापी एक दिवसीय धरना दिया। जी हां, धरना।
हरियाणा में भी किसान ‘धरना’ ही दे रहे थे। देश के अलग-अलग स्थानों पर भी किसान केंद्र सरकार के तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ ‘धरना’ ही दे रहे हैं।
किसानों के धरना को ‘आतंकवाद’, ‘देशद्रोह’ की संज्ञा दी गयी। खैर, कोरोना संक्रमणकाल के दौर में बीजेपी सांसद सुनील सोरेन, पूर्व मंत्री डॉ लुइस मरांडी समेत अन्य कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने आवास पर धरना पर बैठकर विरोध जताया।
कन्फ्यूज मत होइयेगा, हरियाणा की खट्टर सरकार या केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ नहीं, झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ।
सरकार की किसानविरोधी नीतियों के खिलाफ किया धरना-प्रदर्शन : डॉ लुइस मरांडी
मौके पर डॉ लुइस मरांडी ने कहा कि सरकार (यहां भी कन्फ्यूज मत होइयेगा, केंद्र सरकार नहीं, झारखंड सरकार) की किसानविरोधी नीतियों के खिलाफ धरना-प्रदर्शन कोविड-19 के नियमों को ध्यान में रखकर किया गया है।
धरना-प्रदर्शन के माध्यम से सरकार को चेतावनी देते हुए बीजेपी मांग करती है कि ससमय किसानों के धान की खरीदारी, क्रय किये गये धान की राशि के अविलंब भुगतान हो।
प्रदेश अध्यक्ष ने निर्देश दिया, इसलिए बैठे धरने पर
बीजेपी के दुमका जिला अध्यक्ष निवास मंडल ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश के निर्देशानुसार सरकार की किसानविरोधी नीति के खिलाफ धरना पर बैठे हैं।
उन्होंने हेमंत सरकार को किसानविरोधी बताते हुए कहा कि इस सरकार ने नवंबर 2020 में किसानों से खरीदे गये धान की राशि का भुगतान अभी तक नहीं किया है।
धरना के माध्यम से बीजेपी मांग करती है कि किसानों की बकाया राशि का भुगतान किया जाये।