जमशेदपुर: कोविड-19 की दूसरी लहर झेल रहे झारखंड के ग्रामीण इलाकों में बुखार, सर्दी-खांसी, कोरोना संक्रमण जैसे लक्षणवाले व टायफायड के मामले सामने आ रहे हैं।
प्रशासन ऐसे गांवों व टोलों को चिह्नित करने में जुटा है, जहां से इस तरह के मरीज सामने आ रहे हैं, ताकि उनके इलाज की व्यवस्था की जा सके।
इस सिलसिले में सोमवार को डीडीसी परमेश्वर भगत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर तैयारी की समीक्षा की।
डीसी कार्यालय में डीडीसी के साथ डीआरडीए के निदेशक सौरव कुमार सिन्हा व उप निर्वाचन पदाधिकारी कानू राम नाग थे, जबकि जिले के सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी व अंचलाधिकारी ऑनलाइन जुड़े थे।
डीडीसी ने कहा, “संक्रमितों की पहचान में तेजी लायी जाये।
शहरी क्षेत्र में संक्रमण के मामलों में लगातार गिरावट आ रही है, जो सुखद संकेत है।
”बैठक में ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड-19 संक्रमण की सुलभ जांच व समय पर जांच रिपोर्ट, समुचित संख्या में आइसोलेशन केंद्रों की स्थापना, समुचित उपचार व जागरूकता के प्रभावी कदम उठाने का आदेश भी डीडीसी ने दिया।
इलाज के लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी व अंचलाधिकारी की अगुवाई में प्रखंडस्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया गया है, जिसमें प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सीडीपीओ, थाना प्रभारी, बीपीआरओ, बीएसओ, बीईईओ व अन्य को शामिल किया है।