नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस के नए मामले भले ही 3 लाख के बेंचमार्क से नीचे आ गए हों, मगर खतरा अब भी बरकरार है।
देश में कोरोना के नए केसों में बीते कुछ दिनों से गिरावट देखी जा रही है, मगर मौत के आंकड़े टेंशन पैदा कर रहे हैं, क्योंकि जब कोरोना पीक पर था, तब भी मौत के मामले इतने नहीं आ रहे थे।
मंगलवार को देश में एक दिन में कोरोना से 4529 लोगों की मौतें हुई हैं, जो अब तक की सर्वाधिक संख्या है।
जब देश में 6 मई को देश में कोरोना के सबसे अधिक मामले (4.14 लाख) आए थे, उस दिन कोरोना से 3920 लोग ही मरे थे।
हालांकि, लगातार तीन दिनों से देश में कोरोना के नए मामले तीन लाख से नीचे आ रहे हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, भारत में बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस के 267174 नए केस आए हैं, जो कि कल के मुकाबले करीब पांच हजार केस अधिक हैं।
कल एक दिन पहले 2.63 लाख कोरोना केस आए थे और मौतों की संख्या भी कम होकर 4340 दर्ज की गई थी।
आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना के कुल मामलों की संख्या 25495144 पहुंच गई है।
इनमें से एक्टिव केसों की संख्या 21979703 है। आज यानी मंगलवार को करीब 3.89 लाख से अधिक कोरोना मरीज ठीक हुए हैं।
सोमवार को देश में पहली बार एक दिन में कोरोना संक्रमण से 4.2 लाख से ज्यादा लोग ठीक हुए थे।
देश में कोरोना वायरस से अब तक सबसे अधिक 4525 मौतें मंगलवार को हुई हैं।
कोरोना की किसी भी लहर में होने वाली एक दिन में मौतों का यह सर्वाधिक आंकड़ा है।
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार 6 मई को कोरोना के मामले सर्वाधिक थे और तब 4.14 लाख नए संक्रमित मिले थे।
लेकिन बुधवार को यह आंकड़ा भले ही 2.67 लाख तक नीचे आ गया, लेकिन इस बीच मौतें बढ़ गईं।
इस बीच, एक अच्छी बात यह हुई है कि एक दिन में सक्रिय मामले में रिकॉर्ड 1,63,232 की कमी आई है। यानी नए संक्रमण कम होने के साथ सक्रि मामले भी तेजी से घट रहे हैं।
जहां 8 मई को देश में सक्रिय मामलों की संख्या 37.23 लाख थे वहीं मंगलवार को यह घटकर 33.53 लाख रह गए हैं।
आने वाले दिनों में सक्रिय मामले और कम होंगे तो इससे अस्पतालों पर मरीजों का भार कम होगा और वे रोगियों का बेहतर इलाज कर सकेंगे। इससे भी मौत के आंकड़े में कमी आएगी।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 10 राज्यों में सबसे ज्यादा मौतें पिछले चौबीस घंटों के दौरान हुई हैं।
इनमें महाराष्ट्र में 1200, कर्नाटक में 476, दिल्ली में 340, तमिलनाडु में 335, आंध्र प्रदेश में 271, उत्तराखंड में 223, पंजाब में 191, राजस्थान में 157, छत्तीसगढ़ में 149 तथा पश्चिम बंगाल में 147 मौतें शामिल हैं।