नई दिल्ली: पिछले कुछ हफ्तों से देश में बेरोकोरोना संक्रमण का असर महंगाई के साथ-साथ देश में बेरोजगारी दर पर भी देखने को मिल रहा है।
बेरोजगारी की दर बढ़ती ही जा रही है। 16 मई को देश की बेरोजगारी दर बढ़कर 14.5 फीसदी पर पहुंच गई है।
पिछले एक साल का यह सबसे अधिकतम स्तर है। इस सप्ताह बेरोजगारी की दर 49 हफ्तों के शीर्ष पर पहुंच गई है।
सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी यानी सीएमआईई की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, 16 मई को खत्म हुए सप्ताह के दौरान ग्रामीण बेरोजगारी दर बढ़ कर 14.34 फीसदी हो गई है।
जबकि इसके पिछले महीने यह 7.29 फीसदी पर पहुंच गई।
कोरोना के कारण देशभर में लगाए लॉकडाउन के बाद अप्रैल में लगभग 75 लाख से ज्यादा लोगों ने अपनी नौकरी गंवा दी हैं।
उल्लेखनीय है कि शहरी क्षेत्र में बेरोजगारी दर तो बढ़ रही है, लेकिन अब ग्रामीण इलाकों में भी इसकी रफ्तार तेज हो गई है।
ग्रामीण इलाकों में पिछले साल की तुलना में यह दर 100 फीसदी बढ़कर 17.51 फीसदी पर पहुंच गई है।
सीएमआईई के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) महेश व्यास ने कहा कि आने वाले समय में भी रोजगार के मोर्चे पर स्थिति चुनौतीपूर्ण बने रहने की आशंका है।
उन्होंने कहा कि मार्च की तुलना में अप्रैल माह में हमने 75 लाख नौकरियां गंवाई हैं। इसके कारण बेरोजगारी दर बढ़ी है।
केंद्र सरकार के आंकड़ों के अनुसार राष्ट्रीय बेरोजगारी दर 7.97 प्रतिशत पहुंच गई थी। शहरी क्षेत्रों में 9.78 प्रतिशत, जबकि ग्रामीण स्तर पर बेरोजगारी दर 7.13 प्रतिशत थी।
इससे पहले, मार्च में राष्ट्रीय बेरोजगारी दर 6.50 प्रतिशत थी और ग्रामीण तथा शहरी दोनों जगह यह दर अपेक्षाकृत कम थी।