रांची : केंद्र की मोदी सरकार ने झारखंड की हेमंत सरकार को जितने वेंटिलेटर दिये हैं, उनमें से 50 फीसदी वेंटिलेटर काम ही नहीं कर रहे हैं।
यह बात झारखंड सरकार ने झारखंड हाई कोर्ट को बतायी है। हाई कोर्ट ने पूछा कि क्या इस मामले पर केंद्र सरकार को पत्र लिखा गया है।
इस पर महाधिवक्ता ने बताया कि इसकी प्रक्रिया जारी है और जल्द ही केंद्र सरकार को इससे अवगत करा दिया जायेगा।
इस पर कोर्ट ने केंद्र को भेजे जानेवाले पत्रों को कोर्ट के रिकॉर्ड में भी रखने का निर्देश दिया।
कोर्ट ने केंद्र सरकार को भी इस मामले पर गौर करने का निर्देश दिया।140 वेंटिलेटर में 55 खराब हैं
बता दें कि पीएम केयर फंड से रिम्स, सदर अस्पताल को मिले 140 वेंटिलेटर में से 55 खराब हैं।
रिम्स के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. डीके सिन्हा ने बताया कि 104 वेंटिलेटर में करीब 45 खराब हैं।
इसकी जानकारी प्रधानमंत्री को भी दी गयी है। इधर, सदर अस्पताल के अधिकारी ने बताया कि यहां 35 वेंटिलेटर मिले थे। इनमें से करीब 10 खराब हैं।
इस कारण संक्रमण में तेजी के दौरान इसका फायदा गंभीर मरीजों को नहीं मिल सका।
अभी सदर अस्पताल में इन वेंटिलेटर पर खराब होने की सूचना चिपकाकर आईसीयू के बाहर रख दिया गया है।
कई वेटिलेटर्स जेनरेट नहीं कर पा रहे ऑक्सीजन प्रेशर
बताया गया कि पीएम केयर्स फंड से केंद्र की मोदी सरकार द्वारा भेजे गये वेंटिलेटर्स में अलग-अलग तरह की खराबियां हैं।
इनमें से ज्यादातर वेंटिलेटर्स के रेगुलेटर खराब मिले हैं। कई में ट्यूब ही नहीं है। वहीं, कई वेंटिलेटर्स तो ऑक्सीजन प्रेशर ही जेनरेट नहीं कर पा रहे हैं।
इनके अलावा लगभग 20 वेंटिलेटर्स तो ऐसे हैं, जिनका पाइप ही ठीक नहीं है।
ऐसे में इन वेंटिलेटर्स का उपयोग नहीं किया जा सकता है।