नई दिल्ली: राजधानी में घट रही कोरोना संक्रमण की रफ्तार के साथ ही तिहाड़ जेल में भी संक्रमण के मामले कम होने लगे हैं।
बीते 24 घंटे में जेल के भीतर कोरोना संक्रमित कैदियों की संख्या 376 थी जिनमें से 347 कैदी ठीक हो गये। जबकि मार्च माह से 24 मई तक सात कैदियों की कोरोना से मौत हुई।
फिलहाल पूरे तिहाड़ जेल में अभी 22 कैदी कोरोना संक्रमित हैं, जिनका उपचार चल रहा है। जेल प्रशासन को उम्मीद है कि जल्द ही ये कैदी भी संक्रमण मुक्त हो जाएंगे।
तिहाड़ जेल के डीजी संदीप गोयल ने बातचीत में बताया कि बीते अप्रैल माह में जब कोरोना के केस दिल्ली में बढ़ने लगे तो तिहाड़, मंडोली और रोहिणी जेल में भी संक्रमण बढ़ गया था।
यहां न केवल कैदी बल्कि जेल कर्मचारी भी संक्रमित होने लगे थे। बीते 24 मई तक जेल में कुल 376 कैदी कोरोना से संक्रमित हुए थे।
इनमें से सात कैदियों की उपचार के दौरान मौत हो गई, जबकि 347 कैदी संक्रमण से मुक्त हो गए हैं। वहीं 22 कैदी अभी भी कोरोना संक्रमित है।
इसी क्रम में 217 जेल कर्मचारी कोरोना संक्रमित हुए, जिनमें से 205 जेल कर्मचारी ने कोरोना को मात दी।
डीजी के अनुसार, फिलहाल 12 जेल कर्मचारी अभी भी कोरोना की चपेट में है, जिनका उपचार चल रहा है।
जेल में कड़ाई से हो रहा पालन
तिहाड़ जेल के डीजी के अनुसार,कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कोविड गाइडलाइंस का पालन सख्ती से किया जा रहा है।
जेल के सभी कर्मचारी एवं कैदी मास्क लगा रहे हैं। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए जेल से इमेरजेंसी पैरोल पर कैदियों को छोड़ा भी गया है।
जेल में आने वाले नये कैदियों को मंडोली जेल में 14 दिन के लिए क्वारन्टीन किया जाता है।
इस दौरान अगर कोई संक्रमित होता है तो उसका पता चल जाता है और उसका उपचार करवाया जाता है, जबकि अन्य कैदियों को क्वारन्टीन अवधि खत्म होने पर नियमित जेल में भेज दिया जाता है।