अमरावती: नेल्लूरू जिला मुत्तुकुरू मंडल के कृष्णापट्टनम में कोरोना की कथित दवा को मान्यता देने और औषधि के वितरण के लिए अनुमति देने को लेकर आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट में तीन याचिकाएं दायर की जा चुकी हैं।
दरअसल, कोरोना के निवारण के लिए स्थानीय डॉ. आनंदय्या ने जड़ी-बूटी की कथित दवा बनाई है।
इसके विरतण के दौरान भारी भीड़ एकत्र होने पर सरकार ने इसके वितरण पर रोक लगा कर आईसीएमआर से इस दवा को वैज्ञानिक परीक्षण कराने के आदेश दिए थे।
इसके बाद डॉ. आनंदय्या ने अपनी बनी औषधि का बिना किसी अधिकारी के हस्तक्षेप के वितरण करने देने की मांग करते हुए हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई।
गुण्टूर जिला पिडुगुराल्ला निवासी अधिवक्ता पोन्नेकंटी मल्लिकार्जुन राव ने आयुर्वेद औषधि के वितरण के लिए आदेश जारी करने की माँग करते हुए एक जनहित याचिका दायर की।
औषधि के वितरण के लिए अधिकारियों के हस्तक्षेप करने से रोकने तथा वितरण के समय सरकार की ओर से पुलिस की व्यवस्था और कोविड नियमावली के अनुसार वितरण कराने की माँग की गई।
अनंतपुर जिला कल्याणदुर्ग के उमामहेश्वर नायडू ने भी जनहित याचिका दायर कर डाॅ.आनंदय्या की बनाई औषधि को आयुर्वेद औषधि के रूप में मान्यता देने के आदेश देने की मांग की गई है।
इन याचिकाओं को अति आवश्यक रूप से विचार करने के लिए इन्हें हाउस मोशन याचिका के रूप में दायर किया गया।
इस याचिकाओं में राज्य के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के सचिव, चिकित्सा शिक्षा के निर्देशक, जन स्वास्थ्य विभाग के निर्देशक, औषधि नियंत्रक निर्देशक, राज्य चिकित्सा बीमा सेवा विकास निगम के अलावा केंद्रीय चिकित्सा विभाग के सचिव, केंद्रीय औषधि विभाग के सचिवों को प्रतिवादी बनाया गया है।