आकलैंड: न्यूजीलैंड के पूर्व आलराउंडर सर रिचर्ड हेडली ने कहा कि क्रिकेट को भारत की जरूरत है क्योंकि वह राजस्व उत्पन्न करता है और उसने टेस्ट क्रिकेट में भी शानदार योगदान दिया है, जिसने खेल के इस सबसे लंबे प्रारूप को जीवित रखा है।
हेडली ने द टाइम्स आफ इंडिया से बातचीत में कहा, इसमें कोई संदेह नहीं है कि भारत क्रिकेट के लिए काफी राजस्व उत्पन्न करता है।
भारत के बिना अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट का चेहरा अलग होता। इसलिए क्रिकेट को भारत की जरूरत है।
उन्होंने कहा, लेकिन भारत ने टेस्ट क्रिकेट के लिए भी शानदार योगदान दिया है। ऐसा उसने सभी फॉर्मेट के साथ किया है।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनका टेस्ट प्रदर्शन शानदार था। 36 पर ऑल आउट होने के बाद जो वापसी की, वह कमाल का था।
उन्होंने शानदार वापसी की और टेस्ट क्रिकेट एक बार फिर जीवंत हो गया। ऑस्ट्रेलिया में उनकी उपलब्धि शानदार थी, खास तौर पर इतने सारे युवा प्रतिभाशाली खिलाड़ियों का प्रदर्शन देखने लायक था।
यह दिखाता है कि भारत के पास प्रतिभाशाली युवाओं की भरमार है, चाहे कोई भी फॉर्मेट हो।
69 साल के हेडली ने भारत और न्यूजीलैंड के बीच 18 से 22 जून तक साउथम्पटन में होने वाली आगामी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में किसी भी टीम को जीत का दावेदार नहीं माना, क्योंकि यह मुकाबला तटस्थ स्थान पर खेला जाना है।
हेडली ने कहा, टेस्ट चैंपियनशिप एक मुकाबला है। हां, यह फाइनल है लेकिन मुझे नहीं लगता कि दोनों में से कोई भी टीम इसे लेकर ज्यादा परेशान होगी।
यह मैच एक न्यूट्रल मैदान पर हो रहा है और किसी टीम के पास घरेलू मैदान पर खेलने का फायदा नहीं होगा।
उन्होंने कहा, सब कुछ इस बात पर निर्भर करता है कि कौन सी टीम बेहतर तैयारी के साथ उतरती है और खुद को इंग्लैंड की परिस्थिति के हिसाब से बेहतर ढंग से ढाल पाती है।
मौसम भी अपना रंग दिखा सकता है। अगर वहां ठंड होती है तो न्यूजीलैंड को इसका फायदा हो सकता है। ड्यूक बॉल दोनों टीमों के तेज गेंदबाजों के लिए मददगार होगी।
खास तौर पर उनके लिए जो गेंद को स्विंग कराने में ज्यादा सक्षम हैं। इस मामले में न्यूजीलैंड के पास काफी अच्छे गेंदबाज हैं। इसमें साउथी, बोल्ट और जेमिसन शामिल हैं।
अगर गेंद पिच पर सीम होती है तो दोनों टीमों के बल्लेबाजों के लिए यह काफी चुनौतीपूर्ण हो सकता है।