खूंटी: जिला प्रशासन द्वारा मंगलवार से जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वे व जांच दल अभियान का शुभारंभ किया गया।
इसका मुख्य उद्देश्य कोरोना संक्रमण के प्रकोप का सही आकलन करते हुए आवश्यक सुविधा व व्यवस्था ग्रामीण क्षेत्रों में समय पर उपलब्ध कराना है।
इसको लेकर कोविड नियमों के अनुपालन और वैक्सीनशन से जुड़ी जानकारियों का व्यापक प्रचार.प्रसार भी आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका और दीदियों द्वारा किया जा रहा है।
अभियान के तहत सभी आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका सखी मंडल के सदस्यों को घर.घर जाकर सर्वे व जांच करने के लिए प्रशिक्षित किया गया है।
इस दौरान जिन व्यक्तियों में कोरोना के लक्षण जैसे सर्दी-बुखार, खांसी व अन्य लक्षण मिलेंगे, उन्हें आवश्यक स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराई जायेगी।
आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका आदि द्वारा लक्षण के आधार पर चिह्नित किए गए लोगों की कोरोना जांच एएनएमए कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर, मल्टीपर्पस वर्कर्स तथा सहिया साथी आदि द्वारा की जाएगी।
इसको लेकर सभी को पूर्व में प्रशिक्षण दिया गया है। जांच में संक्रमण की पुष्टि होने के बाद संबंधित व्यक्ति की चिकित्सकीय जांच होगी।
होम आइसोलेशन में रहनेवालों को होम आइसोलेशन किट दिया जाएगा। जिन मरीजों के घरों में होम आइसोलेशन की सुविधा नहीं है, उन्हें कोविड केयर सेंटर में स्वास्थ्य सुविधा प्रदान की जाएगी।
गंभीर लक्षण वाले संक्रमितों को कोविड अस्पतालों में रेफर किया जाएगा। इस अभियान के दौरान सहायिका एवं पोषण सखी तथा जांच टीम के द्वारा घर घर जाकर लक्षण वाले मरीजों का चिकित्सीय जांच एवं रैपिड एंटीजन टेस्ट किया जा रहा है।
इधर, शशि रंजन ने मंगलवार को तोरपा रेफरल अस्पताल का औचक निरीक्षण किया।
मौके पर उन्होंने डाॅक्टरों और कर्मियों के साथ ही जांच अभियान में लगी सहिया, आंगनबाड़ी सेवकाओं को कई निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी की सहिया व जेएसएलपीएस की दीदियां कोरोना वारियर्स हैं।