नई दिल्ली: बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान यास बेहद रौद्र रूप धारण कर चुका है।
ओडिशा और पश्चिम बंगाल में यास तूफान के तांडव को देखते हुए बिहार समेत कई राज्यों में अलर्ट जारी किया गया है।
वहीं पश्चिम बंगाल और ओडिशा सरकार ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जोखिम वाले क्षेत्रों से 12 लाख से अधिक लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है।
चक्रवात यास ओडिशा के दक्षिण में बालासोर तट से टकरा गया है। मौसम विभाग के अनुसार, सुबह 9 बजे से लैंडफॉल की प्रक्रिया जारी है।
इस दौरान तेज हवाएं चल रही हैं, समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं और रिहायशी इलाकों में पानी घुस गया है।
मौसम विभाग के निदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि चक्रवात यास ओडिशा के बालासोर सीमा को पार गर गया। यास गुरुवार सुबह झारखंड पहुंचेगा।
पिछले 24 घंटों में ओडिशा में भारी से बेहद भारी बारिश हुई है। चक्रवाती तूफान यास के मद्देनजर मुंबई से कोलकाता और भुवनेश्वर की करीब छह फ्लाइट्स कैंसल हो गईं हैं।
इनमें तीन आने वाली फ्लाइट्स और तीन जाने वाली फ्लाइट्स शामिल हैं। चक्रवाती तूफान यास के लैंडफॉल की प्रक्रिया जारी है।
चक्रवात यास के चलते मौसम विभाग ने बिहार के 26 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। इन 26 जिलों को लेकर हाई अलर्ट जारी किया है।
पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले के दिघा में तेज हवाओं के साथ नारियल के पेड़ से भी ऊंची समुद्री लहरें उठ रही हैं।
पश्चिम बंगाल में साइक्लोन यास के कारण तमाम इलाकों में भारी नुकसान होने की रिपोर्ट सामने आ रही हैं।
कई इलाकों में घरों की छत को तूफान के कारण नुकसान हुआ है। वहीं प्रदेश के दिघा बीच पर समुद्र का पानी कई रिहाइशी इलाकों में भी घुस गया, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
तूफान को लेकर भारतीय रेलवे भी पूरी तरह सतर्क है। रेलवे ने तूफान प्रभावित राज्यों की ट्रेनों को रद्द कर दिया है। वहीं, रेलवे ट्रैक की पटरियों पर ट्रेनों के पहिए जंजीरों से बांध दिए गए हैं।
बंगाल की खाड़ी में तूफान आना कोई नई बात नहीं है लेकिन हजारों टन की ट्रेन के पहियों को सुरक्षित करने के लिए जंजीरों से बांधना वाकई चौंकाने वाला है।
इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि चक्रवाती तूफान यास बहुत खतरनाक हो सकता है।
चक्रवाती तूफान यास की भयावता की आशंका को देखते हुए रेलवे पूरी तरह से अलर्ट पर है।