नई दिल्ली: भारत के शीर्ष जूडो खिलाड़ियों ने कथित रूप से भारतीय जूडो महासंघ (जेएफआई) पर अगले महीने होने वाली विश्व चैंपियनशिप के लिए टीम चयन में पक्षपात का आरोप लगाया है।
टीम से बाहर किए गए एक खिलाड़ी ने आईएएनएस से कहा, मुझे विश्व चैंपियनशिप की टीम से बाहर रखा गया है जो आखिरी ओलंपिक क्वालीफिकेशन इवेंट है।
जेएफआई की तरफ से यह गलत किया गया कि दो खिलाड़ियों के अलावा अन्य को बिना किसी वैध कारण के बाहर रखा गया।
इन खिलाड़ियों ने भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) से अपील की कि वह इस मामले में हस्तक्षेप करें। खिलाड़ी ने कहा, हमें साई के जवाब का इंतजार है।
विजय यादव (पुरुष 60 किग्रा), जसलीन सिंह सैनी (पुरुष 66 किग्रा), अवतार सिंह (पुरुष 100 किग्रा), सुशीला देवी (महिला 48 किग्रा) और तुलिका मान (महिला 78 किग्रा) जैसे पांच शीर्ष जूडो खिलाड़ियों को पिछले साल टोक्यो ओलंपिक की तैयारियों के लिए चुना गया था। खिलाड़ी ने कहा, सैनी के 920 जबकि अवतार के 724 अंक हैं।
विश्व चैंपियनशिप में एक जीत से 200 अंक मिलेंगे। ड्रॉ के अनुसार सभी लोग अपनी रैंकिंग सुधार सकते हैं।
चूंकि इसमें एक कांटिनेंटल कोटा है, इसलिए जो खिलाड़ी ज्यादा अंक लेगा उसे ओलंपिक का टिकट मिलेगा।
सुशीला 989 अंकों के साथ शीर्ष भारतीय जूडो खिलाड़ी है जबकि यादव 673 अंकों के साथ चौथे और तुलिका 446 अंकों के साथ पांचवें नंबर पर हैं।
जेएफआई के सहायक सचिव सीएस राजन ने पुष्टि करते हुए बताया कि बुदापेस्ट विश्व चैंपियनशिप के लिए सैनी और सुशीला का चयन किया गया है।
उन्होंने कहा, यह जेएफआई तकनीकि समिति का फैसला है। मैं इस बारे में टिप्पणी नहीं कर सकता कि अन्य तीन लोगों को क्यों बाहर रखा गया।
आठ महीने पहले जेएफआई ने साई के साथ चर्चा कर हंगरी ग्रां प्री और अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए यादव, सैनी, अवतार, सुशीला और तुलिका का चयन किया था।
फरवरी में जेएफआई के महासचिव मनमोहन जायसवाल को आतंरिक राजनीति के कारण निलंबित किया गया था जबकि अंतरिम महासचिव वेंकट नामिशेट्टी इस बारे में स्पष्टीकरण नहीं दे पा रहे हैं कि किस आधार पर जेएफआई ने विश्व चैंपियनशिप के लिए टीम का चयन किया है।
उन्होंने कहा, मुझे नहीं पता कि पिछले साल ओलंपिक की तैयारियों के लिए कितने खिलाड़ियों को चुना गया था क्योंकि मैंने फरवरी में कार्यभार संभाला है।
लेकिन हम विश्व चैंपियनशिप के लिए सिर्फ दो खिलाड़ियों को भेज रहे हैं। पिछले महीने 16 सदस्यीय भारतीय जूडो टीम को एशिया ओसनिया ओलंपिक क्वालीफायर टूर्नामेंट से हटना पड़ा था क्योंकि उसके दो खिलाड़ी कोरोना की चपेट में आ गए थे।
विश्व चैंपियनशिप का आयोजन हंगरी के बुदापेस्ट में छह से 13 जून तक होना है। —