रांची: झारखंड के आठ लाख बच्चों को बिना परीक्षा के ही पास कर दिया गया है। राज्य में कक्षा नौवीं और 11वीं के विद्यार्थी सीधे अगली कक्षा में प्रमोट कर दिए गए हैं।
इस संबंध में गुरुवार को माध्यमिक शिक्षा विभाग की निदेशक हर्ष मंगला ने राज्य के सभी उपायुक्तों और सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र जारी किया है।
पत्र में उन्होंने कहा है कि शैक्षणिक सत्र 2020-21 में वर्ग नौ और 11 में अध्ययनरत विद्यार्थियों का सत्र 31 मार्च 2021 को समाप्त हो चुका है।
उल्लेखनीय है कि पूर्व वर्षों में उपर्युक्त कक्षाओं के विद्यार्थियों का झारखंड अधिविद्य परिषद (जैक) द्वारा सत्र के अंत में वार्षिक परीक्षा आयोजित की जाती थी एवं अगली कक्षा में प्रोन्नति दी जाती थी।
कोविड-19 महामारी के कारण पूर्व शैक्षणिक सत्र में 21 मार्च 2020 से सीमित अवधि को छोड़कर सभी विद्यालय बंद है। फलस्वरूप उपर्युक्त कक्षाओं का लगभग भौतिक संचालन नहीं किया जा सका है।
उपर्युक्त परिस्थिति को देखते हुए जैक द्वारा सत्र 2020-21 में वर्ग नौ एवं 11 में नामांकित विद्यार्थियों की प्रोन्नति के लिए परीक्षा का आयोजन नहीं किया जा सका है।
ऐसी स्थिति में उक्त कक्षाओं के विद्यार्थियों की प्रोन्नति को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
मध्य विद्यालयों में वर्ग एक से आठ के विद्यार्थियों के लिए पूरे सत्र विद्यालय बंद रहने की स्थिति में उन्हें वर्ग नौ सहित अगली कक्षाओं में प्रोन्नति दी जा चुकी है।
वर्तमान शैक्षणिक सत्र 2021- 22, जो एक अप्रैल 2021 से आरंभ हो चुकी है एवं लगभग दो माह व्यतीत हो चुके हैं।
कोविड-19 की गंभीरता के मद्देनजर राज्य सरकार द्वारा तीन जून 2021 तक स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह प्रभावी किया गया है।
आगामी कुछ माह तक विद्यालय खुलने की संभावना प्रतीत नहीं होती है जिसके कारण फलस्वरूप उन्हें अगली कक्षा में प्रोन्नत नहीं किए जाने पर उन्हें वर्ग दस तथा वर्ग 11 के पाठ्यक्रम को पूर्ण करने के लिए पर्याप्त समय नहीं मिलेगा।
ऐसी स्थिति में सक्षम प्राधिकार, राज्य सरकार द्वारा शैक्षणिक सत्र 2020-21 में वर्ग नौ एवं 11 में नामांकित विद्यार्थियों को शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए अगली कक्षा, अर्थात वर्ग नौ के विद्यार्थियों को वर्ग दस में एवं वर्ग 11 के विद्यार्थियों को वर्ग 12 में प्रोन्नत करने का निर्णय लिया गया है जो मात्र वर्तमान सत्र के लिए प्रभावी होगा।
अतः निर्देशित किया जाता है कि जिले के सभी सरकारी विद्यालयों के प्रधानाध्यापक, प्रधान शिक्षक को इस आशय का आदेश यथाशीघ्र प्रेषित किया जाए कि वर्तमान शैक्षणिक सत्र में उक्त विद्यार्थियों को प्रोन्नति देते हुए आगामी कक्षाओं में नामांकन करते हुए उनके पठन-पाठन एवं अन्य सामग्री उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे।