नई दिल्ली: कैरेबियाई देश एंटीगा ने भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को पड़ोसी देश डोमिनिका में पकड़ लिया है।
वह क्यूबा भागने की तैयारी में था। डोमिनिका उसे भारत को सौंपने को राजी है।
इस तरह चोकसी को जल्दी ही भारत को सौंपा जा सकता है।
चोकसी पंजाब नेशनल बैंक से 13,500 करोड़ रुपये की कर्ज जालसाजी मामले में वांटेड है।
एंटीगा के प्रधानमंत्री गेस्टन ब्राउन ने कहा कि चोकसी का भारत प्रत्यर्पण किया जाएगा।
इस बीच ब्राउन ने डीएनए से कहा कि अगले 48 घंटे में चोकसी को निजी विमान से भारत भेजा जा सकता है।
चोकसी 2018 से एंटीगा में रह रहा था, लेकिन रविवार को वह फिल्मी स्टाइल में बोट पर सवार होकर देश से फरार हो गया था।
उसे पकड़ने के लिए व्यापक अभियान चलाया गया था।
ब्राउन ने कहा कि उन्होंने डोमिनिका के प्रधानमंत्री और पुलिस से चोकसी को वापस एंटीगा नहीं भेजने का अनुरोध किया है। चोकसी के पास एंटीगा की नागरिकता है।
एंटीगा के प्रधानमंत्री ने कहा, हमने एंटीगा की सरकार से अनुरोध किया है कि चोकसी को हिरासत में रखा जाए और भारत भेजने की व्यवस्था की जाए।
ब्राउन ने कहा, ‘मुझे पूरा भरोसा है कि उसे इंटतपोल को नहीं दिया जाएगा। एंटीगा से भागने के बाद चोकसी के खिलाफ इंटरपोल ने यलो नोटिस जारी किया था।
नीरव मोदी लंदन में अपने प्रत्यर्पण के खिलाफ मुकदमा लड़ रहा है। चोकसी ने निवेश द्वारा नागरिकता प्राप्त करने के कार्यक्रम का इस्तेमाल करते हुए 2017 में एंटीगुआ और बारबुडा की नागरिकता ले ली थी और जनवरी 2018 के पहले सप्ताह में भारत से फरार होकर वहां चला गया था।
बैंक से जालसाजी का मामला बाद में सामने आया था। चोकसी और नीरव दोनों सीबीआई जांच का सामना कर रहे हैं।
चौकसी डोमिनिका से क्यूबा भागने की फिराक में था:
सूत्रों के मुताबिक चौकसी डोमिनिका से क्यूबा भागने की फिराक में था, उसी दौरान उसे दबोच लिया गया।
एंटीगुआ और बरबुडा के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउनी ने कहा कि डोमिनिका में पकड़े गए भगोड़ा हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी को भारत प्रत्यर्पित किया जाएगा और भारतीय अधिकारी डोमिनिका में उन लोगों के संपर्क में हैं।
प्रधानमंत्री ब्राउनी ने कहा कि डोमिनिका मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण पर सहमत हो गया है।
उन्होंने कहा संभवतः उसने नावों के जरिए अवैध रूप से डोमिनिका में प्रवेश किया था।
इधर, मेहुल चौकसी के वकील विजय अग्रवाल ने भी डोमिनिका में पाए जाने की पुष्टि की है।
उन्होंने बताया कि मैंने उनके परिवार से बात की है।
परिवार के लोग उनसे बात करने का प्रयास कर रहे हैं ताकि कोई स्पष्ट तस्वीर जान सके कि उन्हें डोमिनिका कैसे ले जाया गया।
केंद्रीय जांच ब्यूरो और प्रवर्तन निदेशालय चौकसी के प्रत्यर्पण की कोशिश में जुटी हैं। वह खराब सेहत का हवाला देकर भारत में पेशी पर आने से इनकार कर चुका है।
ऐसे में उसे भारत लाने की कोशिश भी जारी रहने वाली है और उसकी एंटीगुआ नागरिकता रद्द करने की मांग भी लगातार उठाई जाएगी।