धर्मशाला: पेंपा सीरिंग ने गुरूवार को केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के अध्यक्ष एवं निर्वासित तिब्बती सरकार के तीसरे प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण कर ली।
कोरोना काल और कोरोना कर्फयू के चलते शपथ ग्रहण कार्यक्रम मैकलोड़गंज स्थित तिब्बती सुप्रीम जस्टिस कमिश्नर के कार्यालय में बेहद सादे तरीके से आयोजित हुआ।
सुप्रीम जस्टिस कमिश्नर सोनम नोरबू डगपो ने पेपा को नए प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ दिलवाई व उन्हें खतका (पवित्र कपड़ा) भेंट किया।
सबसे बड़ी बात शपथ ग्रहण के दौरान ये रही कि तिब्बती धार्मिक गुरू दलाई लामा ने पेंपा सेरिंग को अपने निवास स्थल से वर्चुअली आशीर्वाद दिया।
इससे पहले निर्वतमान सिक्योंग डाॅ. लोबसंग सांग्ये ने पेंपा सेरिंग को कदम सिशि डेकी की मुहर सौंपी। ये मुहर सातवें दलाई लामा की मानी जाती है। इसे सत्ता हस्तांतरण के वक्त सिक्योंग यानि प्रधानमंत्री के सुपुर्द किया जाता है। इसके साथ ही डा. सांग्ये व शपथ ग्रहण में मौजूद आचार्य यशी फुंत्सोक ने पेंपा को खतका भेंट किया।
डा. सांग्ये ने नए प्रधानमंत्री पेंपा को बधाई देते हुए तिब्बत मुद्दों को चीन सहित विश्व पटल पर उठाने की उम्मीद जताई है।
वहीं अपना कार्यभार संभालने के बाद पेंपा सेरिंग ने कहा कि मीडिया से बातचीत में कहा कि तिब्बत मुद्दे को लेकर चीन सरकार तक निर्वासित तिब्बती सरकार का संदेश पंहुचाना प्राथमिकता रहेगी। वहीं धर्मगुरू दलाईलामा और निर्वासित तिब्बती संसद की मंजूरी के बाद चीन के साथ तिब्बत मुद्दे को लेकर बातचीत की जाएगी।
उन्होंने कहा कि तिब्बती समुदाय ने जो जिम्मेवारी उन्हें सौंपी है उनकी अपेक्षाओं और उम्मीदों पर खरा उतरनाउनकी प्राथमिकता रहेगी।
तिब्बती युवाओं को तिब्बत की संस्कृति और पंरपंरा से जोड़े रखने के लिए भी काम किया जाएगा।