टोक्यो: एक नई स्टडी में ऐसी गैलेक्सी के बारे में पता चला है जो बाकी सब गैलेक्सी से आगे चल रही थी।
एक स्टडी में दो रिसर्चर्स ने 12.3 अरब साल पहले की इस गैलेक्सी का जिक्र किया है। स्पाइरल आर्म वाली यह गैलेक्सी बेहद चमकदार थी।
जापान की ग्रैजुएट यूनिवर्सिटी ऑफ अडवांस्ड स्टडीज और नैशनल ऐस्ट्रोनॉमिकल ऑब्जर्वेटरी के ताकाफूमी सुकूई ने बताया है कि जब सितारों और गैलेक्सी का बनना अपने चरम पर था, यह उससे पहले की बात है।
उन्होंने अडवाइजर सटोरू इगूची के साथ मिलकर नई स्टडी की। अभी तक माना जाता था कि स्पाइरल आर्म वाली गैलेक्सी 10-11 अरब साल पहले ही बननी शुरू हुई थीं।
सुकूई और इगूची जो स्पाइरल आर्म्स गैलेक्सी बीआरआई 1335-0417 खोजी है, वह तब की है जब ब्रह्मांड एक अरब साल से कुछ पुराना रहा होगा। तब तक थोड़ा ही मैटर गैलेक्सीज में बदला था और स्पाइरल गैलेक्सीज बाद में आई थीं।
स्टडी के मुताबिक इसमें सूरज के द्रव्यमान के 5000 गुना सितारे हर साल बने हैं।
हमारी आकाशगंगाकी बात करें तो हर साल एक या दो सोलर मॉस के सितारे बनते हैं।
बीआरआई 1335-0417 के सेंटर में एक क्वेजार भी है।
यह एक महाविशाल ब्लैक होल है जो पास के मास को खा रहा है। ऐसी गैलेक्सी आमतौर पर दो गैलेक्सी के विलय से बनती है।