नई दिल्ली: डोमिनिका की जेल में बंद पीएनबी घोटाले के आरोपी और भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी की पहली तस्वीर सामने आई है। चोकसी के वकीलों ने दावा किया था कि उनके साथ हिरासत में मारपीट की गई है।
इस बीच चोकसी की एक तस्वीर सामने आई है, जिसमें चोकसी के हाथ पर चोट के निशान दिखाई दे रहे हैं।
तस्वीरों में मेहुल चोकसी को लोहे के गेट के पीछे खड़ा देखा जा सकता है, जो लॉक-अप रूम के दरवाजे जैसा दिखता है।
एक दूसरी तस्वीर में उनके हाथ पर चोट के निशान देख रहे हैं। चोट के निशान काले रंग के हैं, जो हाथों और कलाई के पास हैं।
मेहुल चोकसी के वकील ने दावा किया था कि मेहुल चोकसी को एंटीगुआ से जबरन अगवा किया गया। उन्हें पीटा गया और उन्हें डोमिनिका ले जाया गया।
भारत में मेहुल चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने उनके साथ टॉर्चर किए जाने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था जब तक पता नहीं चलता कि वह डोमिनिका कैसे पहुंचे, तब तक कोई भी कयास नहीं लगाने चाहिए।
लेकिन मेरी समझ कहती है कि वह अपनी मर्जी से डोमिनिका नहीं पहुंचे हैं। इसलिए मुझे इसमें गड़बड़ दिख रही हैं। कोई इस बात को नहीं देख रहा है कि आखिर वह डोमिनिका कैसे पहुंचे?
इस मामले पर मेहुल चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने कहा मेरे क्लाइंट एक इंसान हैं, कोई मोहरा नहीं है कि उन्हें कोई भी अपनी मर्जी से शतरंज के खेल की तरह घुमाता रहे। मेरा स्टैंड सही साबित हुआ है। मैं एंटीगुआ की यूनाइटेड प्रोग्रेसिव पार्टी के बयान की प्रशंसा करता हूं कि एंटीगुआ को अपने हर नागरिक के अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए।
उन्होंने कहा, मेरे क्लाइंट मेहुल चोकसी एंटीगुआ के नागरिक हैं और एंटीगुआ के संविधान के तहत सभी कानून संरक्षण के हकदार भी हैं।
इसी बीच 28 मई को डोमिनिका के डगलस चार्ल्स एयरपोर्ट पर स्थानीय एयरपोर्ट पर दिल्ली से रवाना हुआ एक विमान लैंड हुआ।
इसके बाद से ऐसी अटकलें भी लगाई जा रही हैं कि क्या मेहुल चोकसी को लेने के लिए विमान भेजा गया है? हालांकि, इस बारे में कोई आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं हो पाई है।
सूत्रों के अनुसार, भारतीय अधिकारी डोमिनिका से सीधे उसे भारत लाने की कोशिश में हैं।
मेहुल चोकसी एंटीगुआ स्थित अपने घर से 23 मई की शाम को गायब हुए थे। उनके लापता होने की बाकायदा रिपोर्ट भी दर्ज की गई थी। 26 मई को उन्हें डोमिनिका में पकड़ लिया गया था।
बताया जा रहा था कि वह क्यूबा भागने की फिराक में थे, लेकिन रास्ते में ही उन्हें पकड़ लिया गया। पहले उन्हें भारत भेजे जाने की चर्चा थी, लेकिन बाद में डोमिनिका की सरकार ने कहा कि उन्हें एंटीगुआ को ही सौंपा जाएगा।
फिलहाल मेहुल चोकसी 2 जून तक डोमिनिका में ही क्वारनटीन रहेगा। उसके बाद ही उन्हें दूसरे देश भेजे जाने की प्रक्रिया शुरू होगी।
जनवरी 2018 की शुरुआत में पंजाब नेशनल बैंक में करीब 13 हजार करोड़ रुपए का घोटाला होने का खुलासा हुआ था। इस मामले में 30 जनवरी 2018 को सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की थी। लेकिन उससे पहले ही इस घोटाले के दो मुख्य आरोपी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी भारत छोड़कर भाग गए थे।
तब से ही दोनों के प्रत्यर्पण की कोशिश की जा रही है। नीरव मोदी इस समय ब्रिटेन में हैं और वहां के गृह मंत्रालय ने उसके प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है।
हालांकि, इसके खिलाफ नीरव मोदी ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।