चतरा/रांची: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA ) ने चतरा जिले के लावालौंग में चलाये जा रहे गोपाल सिंह भोक्ता इंटर कॉलेज (जीएसबी कॉलेज) को सील कर दिया है।
एनआईए NIA सूत्रों ने बताया कि आरोप है कि इस कॉलेज की जमीन की खरीदारी और इसपर बनाये गये भवन में टेरर फंडिंग के पैसे का इस्तेमाल हुआ है।
गोपाल सिंह भोक्ता उर्फ ब्रजेश गंझू उग्रवादी संगठन तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी (टीएसपीसी) का सुप्रीमो है।
एनआईए उसके खिलाफ टेरर फंडिंग के मामले में पहले से जांच कर रही है।
आरोप है कि उग्रवादी संगठनों के नाम पर चतरा के टंडवा स्थित मगध व आम्रपाली कोयला परियोजना से जुड़े ठेकेदार, कोयला व्यवसायी, कोल ट्रांसपोटर्स से लेवी-रंगदारी वसूलकर उग्रवादी कमांडरों ने अकूत संपत्ति अर्जित की है।
बताया जाता है कि यह कॉलेज लगभग ढाई एकड़ (245 डिसमिल) भूमि पर स्थित है। यह जमीन गोपाल सिंह भोक्ता उर्फ ब्रजेश गंझू की पत्नी चंपा देवी के नाम पर बतायी जाती है।
कॉलेज के संचालन के लिए एक कमेटी बनी है। मालूम हो कि कोल परियोजनाओं में टेरर फंडिंग की जांच कर रही एनआईए को कई अहम सुराग हाथ लगे हैं।
इसी साल जनवरी महीने में मोस्ट वांटेड नक्सली 15 लाख के इनामी मुकेश गंझू ने पुलिस के समक्ष सरेंडर किया था।
उसने पूछताछ में राज्य में कोल परियोजनाओं से लेवी वसूली के नेटवर्क का खुलासा किया था।
मुकेश गंझू ने कोल परियोजना शुरू करवाने में उग्रवादी संगठन की भूमिका के बारे में पुलिस को अहम जानकारियां दी है।
उसने बताया है कि सीसीएल के अधिकारियों के साथ-साथ बीजीआर कंपनी के लोगों से भी टीपीसी उग्रवादियों की सांठगांठ थी। पूर्व में ही एनआईए ने टेरर फंडिंग मामले में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है।
जिन उग्रवादी कमांडरों के खिलाफ चार्जशीट हुई है, उनमें गोपाल सिंह भोक्ता उर्फ ब्रजेश गंझू उर्फ सरदार जी, मुकेश गंझू उर्फ मुनेश्वर गंझू, और आक्रमण जी उर्फ नेता जी उर्फ रवींद्र गंझू उर्फ राम विनायक सिंह भोक्ता उर्फ विनायक सिंह भोक्ता, कमलेश गंझू गांव टिकुलिया, गंझू उर्फ अनुज गंझू उर्फ अनीश जी उर्फ दानवीर गंझू, गांव हदियाखुर्द, अमर सिंह भोक्ता उर्फ लक्ष्मण गंझू उर्फ ललनजी उर्फ कोहराम जी उर्फ इब्राहिम जी उर्फ अमर गंझू शामिल हैं।
सभी चतरा जिले के अलग-अलग जगहों के रहने वाले हैं।
मामले में एनआईए के अलावा प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी कार्रवाई की है।
कुछ माह पूर्व ईडी ने टीएसपीसी के उग्रवादी बिंदेश्वर गंझू उर्फ विनोद कुमार गंझू उर्फ बिंदू गंझू और उसकी कंपनी मां गंगा कोल ट्रेडिंग प्राइवेट लिमिटेड के ( 2.03) करोड़ रुपये मूल्य के वाहनों को जब्त कर लिया था।