रांची: रांची के नामकुम थाना पुलिस ने लगभग पांच वर्षों से फरार चल रहे शराब माफिया नरेश सिंघानिया को जोरार से गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने गुरुवार को बताया कि एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा को मिली गुप्त सूचना के आधार पर नामकुम थाना की पुलिस ने शराब माफिया नरेश सिंघानिया को नामकुम के जोरार से गिरफ्तार किया है।
बताया जा रहा है कि नरेश सिंघानिया नामकुम के जोरार में छिपकर रहा रहा था।
इसी दौरान गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए नरेश को गिरफ्तार कर लिया। उससे पूछताछ की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि जहरीली शराब का सेवन कर 22 से ज्यादा लोग की मौत के मामले में पुलिस को नरेश सिंघानिया की तलाश थी।
करम पर्व के मौके पर 02 सितंबर, 2017 की रात अवैध शराब कारोबारी सिंघानिया बंधु प्रहलाद सिंघानिया और नरेश सिंघानिया ने रांची के बाजार में नकली शराब की एक बड़ी खेप उतारी थी।
इस जहरीली शराब का सेवन कर 22 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। मरनेवालों में जैप के चार जवान भी शामिल थे।
जांच के बाद यह स्पष्ट हो गया था कि जहरीली शराब की यह खेप सिंघानिया बंधुओं द्वारा बाजार में परोसी गई थी।
इसके बाद रांची के नामकुम, सुखदेवनगर और डोरंडा में प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
सिंघानिया बंधु के खिलाफ अवैध शराब के कारोबार का पहला मामला 2005 में दर्ज हुआ था।
अवैध शराब कारोबारी प्रह्लाद सिंघानिया 04 सितंबर, 2017 से ही फरार था। पुलिस को चकमा देकर वह ठिकाना बदल-बदलकर रह रहा था।
04 अक्टूबर, 2017 को पुलिस को सूचना मिली थी कि सिंघानिया जमशेदपुर में छुप कर रहा है। वहां पुलिस की टीम पहुंची और उसे गिरफ्तार किया था।