रांची: रांची नगर निगम में संविदा पर कार्यरत कई कर्मी सेवा अवधि समाप्त होने के बाद भी कार्यरत हैं। इसे लेकर मेयर आशा लकड़ा ने नाराजगी जाहिर की है।
उन्होंने शनिवार को नगर आयुक्त मुकेश कुमार को पत्र के माध्यम से कहा है कि संबंधित कर्मियों को किस आधार पर प्रतिमाह निर्धारित वेतन का भुगतान किया जा रहा है।
स्थाई समिति व निगम परिषद से संबंधित कर्मियों के सेवा विस्तार की स्वीकृति भी प्रदान नहीं की गई है।
मेयर ने नगर आयुक्त को यह भी कहा है कि आप निगम परिषद के सचिव हैं। इस लिहाज से वित्त से संबंधित मामलों की मॉनिटरिंग व निगरानी करने की जिम्मेदारी भी आप ही कि है।
वित्त से संबंधित मामलों में अनदेखी करने से रांची नगर निगम के राजस्व का न सिर्फ दुरुपयोग है, बल्कि वित्तीय अनियमितता भी है।
मेयर ने पत्र के माध्यम से यह भी कहा है कि झारखंड नगरपालिका अधिनियम-2011 की धारा-55 के तहत नगर विकास विभाग की ओर से जिन अधिकारियों व कर्मचारियों को संविदा के आधार पर नियुक्त कर रांची नगर निगम में पदस्थापित किया गया है, उनकी सेवा अवधि समाप्त होने के बाद सेवा विस्तार से संबंधित प्रस्ताव स्थाई समिति में लाने का प्रावधान है।
झारखंड नगरपालिका अधिनियम के तहत स्थाई समिति की बैठक में ही संविदा पर कार्यरत अधिकारियों व कर्मचारियों को सेवा विस्तार से संबंधित निर्णय लिए जाते हैं।
नगर आयुक्त रांची नगर निगम से संबंधित कार्यों में नगर विकास विभाग के सचिव के निर्देश को ही सर्वोपरि मान रहे हैं।
उन्होंने नगर आयुक्त से पूछा है कि निगम में संविदा पर कार्यरत जिन अधिकारियों व कर्मचारियों की सेवा अवधि समाप्त हो चुकी है, उनसे किस आधार पर प्रतिमाह काम लिया जा रहा है और किस आधार पर भुगतान किया जा रहा है।