मियामी: ट्विटर के सीईओ जैक डॉर्सी मियामी शहर में आयोजित कार्यक्रम शामिल हुए।कार्यक्रम के दौरान एक महिला ने आरोप लगाया कि डॉर्सी ट्विटर के जरिए फ्री स्पीच पर सेंसरशिप लगा रहे हैं।
महिला का नाम लौरा लूमर है, जो एक एंटी-मुस्लिम कार्यकर्ता है। लौरा ने आरोप जैक डॉर्सी पर सेंसरशिप और फ्रीडम ऑफ स्पीच पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, लौरा ने जैक डॉर्सी पर लोगों के अधिकारों में दखल देने का आरोप लगाकर कहा कि सेंसरशिप मानव अधिकारों का उल्लंघन है।
हालांकि, हंगामे के बाद महिला को कॉन्फ्रेंस से बाहर निकाल दिया गया।
दरअसल, 2018 में लौरा ने मिनेसोटा की रिप्रेजेंटेटिव इल्हान ओमर को लेकर एक विवादित ट्वीट किया था, जिसके बाद ट्विटर ने उनके अकाउंट को बैन कर दिया था।
लौरा ने इल्हान को ‘एंटी-यहूदी’ बताया था। इसके बाद लौरा ने ट्विटर के हेडक्वार्टर के बाहर हाथ में हथकड़ी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया था।
हंगामा करने के बाद लौरा ने कहा, ट्विटर यहूदियों और कन्सर्वेटिव्स से नफरत करता है।
मेरे ट्विटर अकाउंट से बैन कब हटेगा? जब तक मेरा अकाउंट रिस्टोर नहीं होता, तब तक मैं यहीं रहूंगी।
इस पूरे वाकये के बाद कुछ लोग हैं जो लौरा के समर्थन में आ गए हैं। एक यूजर ने लिखा, जैक डॉर्सी, आप सही काम क्यों नहीं करते? आपको किस बात का डर है?