पटनाा: वरिष्ठ पत्रकार कृष्ण किसलय का रविवार देर शाम रोहतास जिले के डेहरी आन सोन के न्यू एरिया स्थित उनके आवास पर निधन हो गया।
किसलय कोरोना के बाद की परेशानियों से गुजर रहे थे। कृष्ण किसलय के पारिवारिक सदस्यों के अनुसार, अप्रैल महीने में वे कोरोना संक्रमित हो गए थे।
कोरोना होने के बाद उन्हें फिर से परेशानियां हुईं। उनके फेफड़े में संक्रमण हो गया था व ऑक्सीजन लेवल काफी कम हो गया था।
उन्होंने नवभारत टाइम्स, आर्यावर्त, राष्ट्रीय नवीन मेल, दैनिक जागरण के देहरादून एडिशन के अलावा मेरठ के दैनिक प्रभात में संपादकीय विभाग में उच्च पदों में काम किया।
कृष्ण किसलय इतिहासविद् होने के अलावा एक अच्छे साहित्यकार औऱ नाटककर्मी भी रहे थे। सोनघाटी क्षेत्र के इतिहास पर वो काम कर रहे थे।
विज्ञान पत्रकारिता की उनकी किताबें नेशनल बुक ट्रस्ट ने ‘मैं समय हू ‘ शीर्षक से प्रकाशित किया था।
वे अपने पीछे पत्नी, पुत्र निशांत व पुत्री को छोड़ गए हैं।महानगरों में कार्य करने के बाद वो तीन वर्ष पहले अपने गृह नगर वापस लौटे थे।
यहां से वे सोनमाटी नामक एक समाचार पत्र का प्रकाशन कर रहे थे। उनका बेटा निशांत फिलहाल साप्ताहिक सोनमाटी के प्रकाशन मे उनके साथ समन्वय कर रहा था।
कृष्ण किसलय के निधन पर वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश, नवेंदू, श्रीकांत, ज्ञानवर्धन मिश्र, लव कुमार मिश्र, अरुण पांडे, प्रवीण कुमार बागी, मधुरशील,जदयू संसदीय दल के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, सांसद महाबली सिंह, पूर्व विधायक सत्यनारायण सिंह के अलावा रोहतास और औरंगाबाद जिले के पत्रकारों ने शोक संवेदना प्रकट की है ।