रांची: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद दीपक प्रकाश ने बुधवार को कहा कि प्रदेश की होनहार पुलिस पदाधिकारी रूपा तिर्की की संदिग्ध मौत के मामले में जांच के लिये राज्य सरकार की ओर से न्यायिक आयोग के गठन का निर्णय पूरी तरह जनता की नजरों में धूल झोंकने जैसा है।
श्री प्रकाश ने आज यहां कहा कि रूपा तिर्की प्रकरण एक गंभीर आपराधिक मामला है जिसमे कई सफेदपोश के नाम जुड़े है।
मृतका के परिजनों ने थाने में ऐसे लोगों के नाम से प्राथमिकी दर्ज करायी है।
मामले में रूपा के परिजन सहित जनजाति समाज के कई संगठन इस संबंध में लगातार केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जांच की मांग कर रहे है लेकिन यह सरकार आदिवासी समाज की बेटी को न्याय दिलाने में लगातार आना कानी कर रही है।
हेमंत सोरेन सरकार पूरी तरह लीपापोती करके मामले को समाप्त करना चाहती है।
भाजपा सांसद ने कहा कि न्यायिक आयोग राज्य के पुलिस के सहारे कितना न्याय दिला पाएगी यह संदेहास्पद है।
जहां आरोपियों को राज्य सरकार का प्रत्यक्ष संरक्षण प्राप्त हो उसमें राज्य की पुलिस कितना सही जांच कर पायेगी यह जग जाहिर है।
राज्य की जांच एजेंसी से रूपा के परिजनों को भरोसा नही है। यदि परिजनों को इसपर भरोसा ही होता तो फिर सीबीआई जांच की मांग नही उठती।
उन्होंने कहा कि न्यायिक आयोग की जांच रिपोर्ट को मानने के लिये राज्य सरकार बाध्य भी नही होती।
इसलिये उसके जांच को ठंडे बस्ते में डालने की पूरी तैयारी राज्य सरकार की ओर से दिख रही है।
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी मामले में सीबीआई जांच की लड़ाई अंतिम दम तक लड़ेगी।