गाजीपुर बॉर्डर: बुराड़ी, सिंघु और टीकरी बॉर्डर के साथ यूपी गेट पर कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के लिए अब लंगर सेवा शुरू की गई है।
किसानों का मानना है कि ये लड़ाई लंबी है। प्रदर्शन कर रहे किसानों के लिए बोर्डरों पर ही लंगर सेवा भी शुरू की गई है।
गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों, राहगीरों, पुलिसकर्मियों के लिए 24 घंटे लंगर की व्यवस्था की गई है। ये सारी व्यवस्था दिल्ली स्थित रकाबगंज गुरुद्वारे की ओर से की जा रही है।
हालांकि प्रदर्शन करने आए किसान अपने साथ ट्रैक्टरों में खाना बनाने की पूरी व्यवस्था लेकर बॉर्डर पर पहुंचे हुए हैं।
लंगर सेवा गुरुद्वारे और किसानों के सहयोग से की जा रही है। साथ ही अन्य संस्थाओं द्वारा किसानों के खाने की व्यवस्था में मदद भी की जा रही है।
गाजीपुर बॉर्डर पर भी लोगों को लंगर खिलाया गया। वहीं इस लंगर में उत्तरप्रदेश के पुलिसकर्मी भी खाते हुए नजर आए।
प्रदर्शन के मद्देनजर पुलिसकर्मियों को बॉर्डर पर तैनात किया गया है। ताकि सुरक्षा व्यवस्था और शांति बनी रहे।
हालांकि सिंघु बॉर्डर और निरंकारी मैदान में पंजाब से आए किसानों ने खाने की अस्थाई व्यवस्था कर ली है।
वहीं जमीनों में गड्ढा खोद कर चूल्हा बनाया गया है जहां प्रदर्शनकारियों के लिए रोटियां सेकी जाती हैं।
उधर, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों नरेंद्र सिंह तोमर और पीयूष गोयल के साथ बुधवार सुबह से बैठक कर रहे हैं ताकि किसानों की मांगों को हल करने के लिए भविष्य के कदमों पर चर्चा की जा सके।