बीजिंग: चीन में उइगर मुसलमानों का मुद्दा एक फिर गर्मा गया है। देश में मुस्लिम समुदाय के दमन की प्रक्रिया तेज हुई है।
इसके संकेत हाल ही में जारी शिनजियांग सेंसस 2020 से मिलते हैं। देश में उइगर मुस्लिमों की जनसंख्या को कम करने की कोशिश जारी हैं।
उइगर महिलाओं की जबरन नसबंदी, धार्मिक पहचान पर निशाना, जैसे कई उपाय बताते हैं कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने जैसा कहा था, वैसा ही करने भी जा रहे हैं।
एक रिपोर्ट में चीन के लीक दस्तावेज के हवाले से लिखा गया था की जिनपिंग ने 2014 में उइगर मुसलमानों को चेतावनी दी थी।
उन्होंने कहा था, हमें उनकी तरह की कठोर होना होगा और बिल्कुल दया नहीं दिखानी होगी।
चीन के अन्य हिस्सों से शिनजियांग में हान चीनियों का आना किसी से छिपा नहीं है।
शिनजियांग उइगर ऑटोनोमस रीजन स्टेटिस्टिकल ईयरबुक के मुताबिक, 1949 में शिनजियांग की हान चीनी आबादी 6.7 फीसदी थी, जो चाइनीज सेंसस 2020 के अनुसार, बढ़कर 42.24 प्रतिशत हो गई है।
1949 में इस क्षेत्र में 80 फीसदी आबादी उइगर मुस्लिम की थी। 1949 में यह आंकड़ा 76 फीसदी था।
ताजा आंकड़े देखें, तो यहां उइगर आबादी 45 फीसदी पर आ गई है। जिनपिंग के नेतृत्व में हान चीनियों को स्थानांतरण या प्रवासन तेज हुआ है।
शिनजियांग की क्षेत्रीय सरकार ने 2020 का डेटा जारी किया है, जिससे पता चलता है कि बीते 10 सालों में शिनजियांग में हान चीनियों की आबादी 25 फीसदी बढ़ गई है।
उइगर आबादी की तुलना में यह आंकड़ा 9 प्रतिशत ज्यादा है। चीन की सरकार समर्थिक शिनजियांग प्रोडक्शन एंड कंस्ट्रक्शन कॉर्प्स क्षेत्र में कृषि बस्तियां तैयार करती है।
रिपोर्ट बताती है कि इनमें ले 88 फीसदी बस्तियां केवल हान प्रवासियों की है।
शिनजियां में दुनिया के 20 फीसदी कपास का उत्पादन होता है, लेकिन यहा ये उद्योग मूल आबादी उइगर के बजाए हान चीनी प्रवासी नियंत्रित करते हैं।
हान कर्मी इस क्षेत्र में छोटे और बड़े दोनों तरह के उद्योगों में काम कर रहे हैं।
रिपोर्ट बताती है कि शिनजियांग को अपने कोयला, गैस और कच्चे तेल के भंडार के चलते चीन का एनर्जी हब कहा जाता है, लेकिन यहां ज्यादातर नौकरियों में उइगर समुदाय के लिए जगह नहीं है।
चीन का समर्थन हासिल हान चीनी यहां पर उइगर से ज्यादा अमीर हैं।