रांची: भाजपा विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को लिखा पत्र कर पुलिस पर भेदभावपूर्ण कार्रवाई करने का आरोप लगाया है।
मंगलवार को लिखे गये पत्र में मरांडी ने कहा है कि प्रदेश भाजपा राज्य के पुलिस प्रशासन के भेदभावपूर्ण रवैये का कड़ा प्रतिवाद करती है।
रांची पुलिस ने विगत दिनों किसानों की समस्याओं को लेकर भाजपा द्वारा हुए खेतों में धरना प्रदर्शन के बाद कोविड प्रोटोकॉल के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं पर मुकदमा दर्ज किया है।
उन्होंने कहा कि आरोपित बनाए जाने वालों में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश, कांके विधायक समरी लाल का भी नाम शामिल है, जिन्होंने कांके प्रखंड के सुकुरहुटू में खेतों में उतरकर धरना का नेतृत्व किया था।
इस कार्रवाई से यह स्पष्ट हो रहा है कि सत्ता पक्ष अपने खिलाफ हो रहे विपक्षी आंदोलन को दबाने और धमकाने के लिये पुलिस तंत्र का खुल्लम-खुल्ला दुरुपयोग कर रहा है।
यह बात और पुख्ता तब हो जाती है जब राज्य की पुलिस का दोहरा चरित्र उजागर होता है।
मरांडी ने कहा है कि एक तरफ राज्य की सत्ता में भागीदार दल कांग्रेस और राजद जब कोई आन्दोलन या कार्यक्रम करते हैं तो वहां कोविड नियमों के उल्लंघन पर पुलिस प्रशासन मौन साध लेता है।
इसके कई उदाहरण मीडिया में सार्वजनिक हुए हैं। विगत 11 जून को कांग्रेस ने अपने प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव के नेतृत्व में पेट्रोल, डीज़ल के दामों के सवाल पर कोविड प्रोटोकॉल का खुल्लम खुल्ला उल्लंघन करते हुए पेट्रोल पंपों पर धरना दिया।
जिसमें पार्टी की पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव, प्रवक्ता सहित कई कार्यकर्ता शामिल हुए।
इसी प्रकार 11 जून को ही चतरा में राज्य सरकार के मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने भीड़भाड़ के बीच हॉल में अपने पार्टी के नेता लालू प्रसाद का केक काटकर जन्मदिन मनाया।
19 जून को कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का जन्मदिन भी रांची में कोविड नियमो का घोर उल्लंघन करते हुए मनाया गया, जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, मंत्री बादल पत्रलेख, विधायक बंधु तिर्की, दीपिका पांडेय सिंह सहित सैकड़ों नेता कार्यकर्ता शामिल हुए।
इसके पूर्व कांग्रेस द्वारा राजभवन के समक्ष कृषि कानून के खिलाफ किये गए आंदोलन कार्यक्रम की ओर आपका ध्यान आकृष्ट कराना चाहता हूं, जिसमे कोविड नियमो की धज्जियां उड़ाई गई।
इसका नेतृत्व कांग्रेस के झारखंड प्रभारी आरपीएन सिंह ने किया। कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष के अलावा कई कार्यकर्ता शामिल थे। इन सारे कार्यक्रमो में पुलिस द्वारा एक भी मुकदमा दर्ज नही किया गया।
मरांडी ने पत्र में लिखा है कि वह समझते हैं कि पुलिस का यह दोहरा चरित्र राज्य के लिये हितकारी नही है। अतः राज्यहित में आप अविलंब ऐसे मामलों में स्वतः संज्ञान लेते हुए विधि सम्मत कार्रवाई सुनिश्चित कराएं।