कोडरमा: कोविड-19 में कई परिवारों ने अपनों को खोया, तो कई परिवार के मुख्य जिविकोपार्जक सदस्य संक्रमण की चपेट में आकर अपने जान गवां बैठे।
जिले में ऐसे परिवारों की मदद के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकार और जिला प्रशासन संयुक्त रुप से ऐसे पीड़ित परिवारों को सरकारी योजनाओं का लाभ देकर राहत पहुंचाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं।
इसी कड़ी में शुक्रवार को झुमरीतिलैया स्थित तिलैया बस्ती में पीड़ित परिवार को सरकार की योजनाओं का लाभ दिया गया।
पीडीजे विरेंद्र कुमार तिवारी, डीसी रमेश घोलप व एसपी डॉ एहेतशाम वकारिब ने संयुक्त रुप से पीड़ित परिवार को राहत राशि व खाद्य सामग्री प्रदान किया।
पीडीजे ने कहा कि कोरोना वायरस से कई लोगों की मृत्यु हो गयी है, वैसे 21 परिवारों को चिन्हित किया गया है, जिन्हें प्रोजेक्ट शिशु के तहत पीड़ित के बच्चों को योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है।
उन्होंने कोरोना के टीकाकरण को लेकर कहा कि यह टीका बिल्कुल सुरक्षित और कारगर है, लोग आगे बढ़कर टीकाकरण अभियान में जुड़े और टीका अवश्य लगवायें।
डीसी ने कहा कि कोरोना वायरस के प्रथम व दूसरे लहर में जिले के कई लोगों ने अपनी जान गवाईं है। इसमें से कुछ ऐसे बच्चे जिन्होंने अपने माता या पिता को खोया है।
ऐसे बच्चों को चिन्हित किया गया है। इन सभी बच्चों को सरकार की लाभदायी योजनाओं से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है।
मृतक के दो बच्चे सरकारी स्कूल व दो बच्चे निजी स्कूल में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। ऐसे में निजी स्कूल में पढ़ रहे बच्चों की फीस का बीड़ा जिला प्रशासन उठाएगा।
कोविड की दूसरी लहर में जान गवां चुके मृतक की पत्नी को विधवा पेंशन की स्वीकृति पत्र तथा स्पॉन्सरशिप के माध्यम से उनके तीन बच्चियों को दो-दो हजार का चेक प्रदान किया गया, जो कि उनके 18 वर्ष होने तक प्रतिमाह राशि मिलेगी।
इसके अतिरिक्त मृतक के पत्नी समेत चारों बच्चों को चिकित्सीय सहायता के रूप में गोल्डेन कार्ड प्रदान किया गया।