पटना: बिहार की राजधानी पटना में बीती रात हुई छह घंटे की बारिश ने शासन-प्रशासन के सुशासन और विकास के दावों की पोल खोल दी। पूरा शहर पानी-पानी हो गया।
दोनों उप मुख्यमंत्री के आवास और विधानमंडल भी जलमग्न हो गए। हैरत वाली बात है कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है।
पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी एक बार सपरिवार तीन दिन तक पानी में घिरे रहे और एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू किया था।
बिहार में मानसून ने लोगाें पर आफत की बारिश कर दी। इससे माननीय भी बच नहीं सके।
डिप्टी सीएम रेणु देवी के सरकारी आवास का नजारा तालाब जैसा हो गया है। उनका आवास थ्री स्टैंड रोड में है।
इसमें शिफ्ट करने पर काफी पैसा खर्च किया गया था। केवल घास लगाने पर इसमें करीब छह लाख रुपये से ऊपर खर्च किए गए थे।
इसके अलावा इनॉग्रेशन आदि में लाखों रुपये खर्च किया गया था। सरकार की योजना पर जमी खामियों की परतें बारिश ने धो दीं।
नगर विकास विभाग की जिम्मेदारी दूसरे डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद के पास है यानी विभाग की जिम्मेदारी भाजपा के पास ही है।
ऐसे में रेणु देवी का आवास डूबना आश्चर्य में डालता है। राजधानी के करबिगहिया में जलभराव से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
कंकड़बाग अंचल में सभी पक्की सड़कों से बारिश का पानी निकल गया है।
अनिसाबाद गोलंबर, गर्दनीबाग अस्पताल, यारपुर पुल, गोरिया मठ, आरब्लॉक और जीपीओ आदि में भी जलजमाव की स्थिति रही।
राजवंशी नगर, शास्त्रीनगर और न्यू पाटलिपुत्र कालोनी में बारिश से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
बुडको के सभी संप हाउस चालू रहे, जिससे पानी की निकासी लगातार होती रही। गांधी मैदान के चारों ओर से भी पानी की निकासी हो गई। राम गुलाम चौक पर भी बारिश का पानी निकल गया।
बाजार समिति में जलजमाव की समस्या बन गई। कीचड़ और गंदगी से लोगों की परेशानी काफी बढ़ गई है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि जब भी बारिश होती है लोगों का जीवन नारकीय हो जाता है।
पानी की निकासी सही तरीके से नहीं होने के कारण लोगों का व्यवसाय पूरी तरह से बाधित होता है।
नगर निगम की टीम यहां कुछ खास नहीं कर पाती है। बार-बार बोला जाता है लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हुआ।
पहली दफा नहीं डूबा है डिप्टी सीएम का आवास
वर्ष 2019 की बारिश में तत्कालीन उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी अपने परिवार के साथ पानी में फंस गए थे।
पटना के राजेंद्र नगर स्थित अपने घर में परिवार के साथ तीन दिनों से फंसे सुशील कुमार मोदी को एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू किया था।
बाढ़ के बीच घर में फंसे डिप्टी सीएम के परिवार को परेशानियों का सामना करना पड़ा था। इस दौरान उनके घर न पानी था और न बिजली।
उसी इलाके में अपने घर में फंसीं लोकगायिका शारदा ने भी मदद की गुहार लगाई थी।
पटना में 2019 में हुई तेज बारिश में दो पूर्व मुख्यमंत्रियों सतेंद्र नारायण सिंह और जीतन राम मांझी के घरों में भी पानी घुस गया था।
सीएम का गृह जिला जलमग्न
सीएम नीतीश के गृह जिले नालंदा में हुई मूसलाधार बारिश ने बिहार शरीफ स्मार्ट सिटी को जलमग्न कर दिया।
शहर के कई इलाके तालाब में तब्दील हो गए।
बिहार शरीफ का रांची रोड, टेलीफोन एक्सचेंज यहां तक कि वीआईपी इलाके डीएम-एसपी आवास तक में पानी घुस गया।
कई सरकारी कार्यालयों में भी घुटने तक पानी भर गया। निचले इलाके की दुकानों में भी पानी घुस गया।
शहर के श्रम कल्याण केंद्र के मैदान का तो नजारा ही बदल गया।
हाल ही में स्मार्ट सिटी योजना के तहत इस श्रम कल्याण के मैदान में मिट्टी भराई कर ड्रेनेज सिस्टम बनाया गया था और शहर के बीचों बीच के इलाके को एक अलग लुक देने की कोशिश की गई थी, जिससे यहां जलजमाव न हो सके।